आधिकारिक विज्ञप्ति के अनुसार, अस्पतालों में दवाएं, PPI किट यानी व्यक्तिगत सुरक्षा उपकरण, दस्ताने, मास्क, उपकरण, ऑक्सीजन प्लांट और कंसंट्रेटर की उपलब्धता सुनिश्चित करने के निर्देश दिए गए हैं। साथ ही जिला प्रशासन को यह सुनिश्चित करने के लिए कहा गया है कि समर्पित अस्पताल और वार्ड तुरंत सक्रिय हों।
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आधिकारिक विज्ञप्ति के अनुसार, जिन जगहों पर कोविड के मामले सामने आ रहे हैं। वहां सैंपलिंग और टेस्टिंग के भी निर्देश दिए हैं। बता दें, सैंपल को लखनऊ के किंग जॉर्ज मेडिकल यूनिवर्सिटी में जीनोम सीक्वेंसिंग के लिए भेजा जाएगा।सभी जिलों में श्वसन पथ के संक्रमण, इन्फ्लूएंजा जैसी बीमारी यानी ili और गंभीर तीव्र श्वसन संक्रमण यानी SARI के मामलों पर कड़ी निगरानी रखने के निर्देश दिए गए हैं। वर्तमान में अधिकतम केस वाले जिले ये हैं- गौतम बुद्ध नगर 57 केस, गाजियाबाद 55 केस, लखीमपुर खीरी 44 केस, लखनऊ 27 केस, बिजनौर12 केस , ललितपुर 9 केस और सहारनपुर में 8 केस हैं।
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सावधानी बरतने की दिए गए निर्देशविज्ञप्ति के अनुसार, अधिकारियों को निर्देश दिया गया है कि इन जिलों पर कड़ी नजर रखी जाए। प्रभावित जिलों में टेस्टिंग और इलाज बढ़ाने तथा पिछली कोविड लहरों में सर्वाधिक प्रभावित जिलों में विशेष सावधानी बरतने के निर्देश भी जारी किए गए हैं।
एसोसिएशन ऑफ इंटरनेशनल डॉक्टर्स के महासचिव डॉ. अभिषेक शुक्ला ने कहा, “पिछली कोविड लहरों के दौरान जो जिले सबसे अधिक प्रभावित हुए थे, उनमें बड़ी संख्या में बाहर निकलने वाली आबादी थी। चूंकि यात्री संक्रमण फैलाने वाले हो सकते हैं, इसलिए ऐसे जिलों की निगरानी से संक्रमण को नियंत्रित करने में मदद मिलेगी। राज्य एक अप्रैल से संचारी रोग नियंत्रण अभियान शुरू करेगा जो महीने के अंत तक चलेगा।