बस मंजूरी का इंतजार यूपी विधान परिषद में जिनके नाम पक्के हैं, उनमें भूपेंद्र चौधरी, जेपी एस राठौर, केशव प्रसाद मौर्य, नरेंद्र कश्यप, दानिश आजाद और जसवंत सैनी शमिल है। ये सभी योगी सरकार में मंत्री हैं। जिसमें भाजपा के रणनीतिकारों ने एमएलसी प्रत्याशियों के चयन के लिए क्षेत्रीय अध्यक्षों से नाम मंगा लिए हैं। अब इन नामों का पैनल तैयार किया जा रहा है। यह नामों का पैनल केंद्रीय नेतृत्व को भेजा जाएगा। हरी झंडी मिलते ही भाजपा अपने एमएलसी प्रत्याशियों के नाम जारी कर देगी। हालांकि इस बार यूपी भाजपा के मीडिया विभाग से जुड़े नेताओं की भी किस्मत खुल सकती है।
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लोकसभा उपचुनाव : MY समीकरण बनेगा समाजवादी पार्टी की राह का कांटा, जानें भाजपा-बसपा का दांव सपा चार सीट जीतेगी यह पक्की उम्मीद है कि, यूपी विधान परिषद की 9 सीटें भाजपा जीत सकती है। अगर समाजवादी पार्टी संख्या बल की गुणा करें तो साइकिल को चार सीटें मिल सकती है। सपा की तरफ से स्वामी प्रसाद मौर्य और मैनपुरी की करहल सीट के पूर्व विधायक सोबरन सिंह यादव का नाम चर्चा में है। सोबरन सिंह यादव ने सपा प्रमुख अखिलेश यादव के लिए अपनी सीट छोड़ी थी। यही वजह है कि भाजपा ने 9 प्रत्याशी उतारने की रणनीति बनाई है। एमएलसी की इन 13 सीटों पर 20 जून को चुनाव होना है। नामांकन पत्र 9 जून तक भरे जाएंगे।
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मुरादाबाद पुलिस की अनोखी पहल, ट्रैफिक नियम तोड़ा तो देखनी पड़ेगी 3 घंटे की फिल्म इनका कार्यकाल खत्म यूपी विधान परिषद में छह जुलाई को जिन सदस्यों का कायकाल पूरा हो रहा है। उनके नाम बसपा के दिनेश चन्द्रा, अतर सिंह राव व सुरेश कुमार कश्यप (अब भाजपा में), सपा से जगजीवन प्रसाद, डॉ. कमलेश कुमार पाठक, बलराम यादव, रणविजय सिंह, राम सुंदर दास निषाद व शतरुद्र प्रकाश (अब भाजपा में) और बीजेपी से केशव प्रसाद मौर्य, भूपेन्द्र सिंह व योगी आदित्यनाथ (22 मार्च से रिक्त) के अलावा कांग्रेस से दीपक सिंह का कार्यकाल भी खत्म हो रहा है।