रोटी के लिए बढ़ गई मुश्किलें अब गरीबों को रोटी के लिए मुश्किलें बढ़ गई हैं। उन्हें नियमित रूप से रोटी खाने के बारे में सोचना पड़ रहा है। कोरोना काल से कार्डधारकों को दो चक्र में राशन बांटा जा रहा है। पहले चक्र में प्रदेश सरकार की ओर से और दूसरे चक्र में केंद्र सरकार की ओर से राशन वितरण किया गया। दोनों ही चक्र में अभी तक कार्डधारकों को प्रति यूनिट तीन किलो गेहूं और दो किलो चावल मिलता था, लेकिन अब दूसरे चक्र में प्रधानमंत्री गरीब कल्याण अन्न योजना में गेहूं का वितरण पूरी तरह बंद कर दिया गया है। हालांकि कुल राशन की मात्रा में कमी नहीं की गई है। प्रति यूनिट पांच किलो चावल दिया जा रहा है।
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बिना ज्वाइन किए ही जेलर ने करा लिया तबादला, आखिर बांदा जेल में अफसरों को जाने का क्यों है खौफ सितंबर तक नहीं मिलेगा गेहूं डिप्टी आरएमओ अजीत कुमार त्रिपाठी ने बताया कि सितंबर माह तक गेहूं की जगह चावल का ही वितरण होगा। अभी तक कार्डधारकों को प्रति यूनिट तीन किलो गेहूं और दो किलो चावल मिलता था, लेकिन अब दूसरे चक्र में प्रधानमंत्री गरीब कल्याण अन्न योजना में गेहूं का वितरण पूरी तरह बंद कर दिया गया है। हालांकि कुल राशन की मात्रा में कमी नहीं की गई है। प्रति यूनिट पांच किलो चावल दिया जा रहा है। सितंबर महीने तक यही सुविधा रहेगी।