ग्रामीण क्षेत्रों में अधिकतर बच्चों के पास नहीं है आधार दरअसल आधार कार्ड के चलते छात्रों के रजिस्ट्रेशन कम हो रहे थे। वहीं स्कूलों के दबाव में ही बोर्ड ने प्रति छात्र 100 रुपये विलंब शुल्क के साथ 2023 की 10वीं-12वीं परीक्षा के फॉर्म भरने की अंतिम तिथि 16 से बढ़ाकर 25 अगस्त कर दी थी। वहीं आधार के अनिवार्य होने से कक्षा नौ से 12वीं तक के हजारों छात्रों में पढ़ाई छूटने का खतरा पैदा हो गया था। क्योंकि ग्रामीण क्षेत्रों में जागरूकता के अभाव के चलते अधिकतर बच्चों के पास आधार नहीं है।
बोर्ड अधिकारियों ने अपनी गलती सुधार ली हालांकि अब बोर्ड अधिकारियों ने अपनी गलती सुधार ली है। बता दें कि सुरेश कुमार त्रिपाठी, एमएलसी और नेता शिक्षक दल विधानपरिषद पहले आधार के कॉलम में स्टार बना हुआ था और आधार नंबर न लिखने पर रजिस्ट्रेशन नहीं हो रहा था। अब आधार की बाध्यता को हटा लिया गया है और कॉलम पर स्टार भी नहीं है।