उत्तर प्रदेश के ऐसे विश्वविद्यालय जहां प्रथम वर्ष की परीक्षाएं हुई हैं, वहां विद्यार्थियों के द्वितीय वर्ष के अंक प्रथम वर्ष की परीक्षा के अंकों के आधार पर निर्धारित कर उन्हें तृतीय वर्ष में प्रोन्नति दे दी जाएगी। विश्वविद्यालय विवि जहां प्रथम वर्ष की परीक्षाएं वर्ष 2020 में नहीं हो पाईं थीं और विद्यार्थियों को द्वितीय वर्ष में प्रोन्नत कर दिया गया था, वहां छात्र द्वितीय वर्ष की परीक्षा देकर ही तृतीय वर्ष में प्रोन्नत किए जाएंगे। इसी तरह वार्षिक परीक्षा प्रणाली लागू करने वाले संस्थानों में पीजी के छात्रों को भी प्रोन्नति दी जाएगी।
आइसीएसई की परीक्षा भी हुई रद्द
कोरोना महामारी के चलते छात्रों के स्वास्थ्य के संकट को देखते हुए सरकार द्वारा 12वीं की बोर्ड परीक्षाएं रद्द करने का फैसला लिया गया है। सीबीएसई बोर्ड कक्षा 12 के छात्रों के रिजल्ट अब एक टाइम बाउंड, ऑब्जेक्टिव क्राइटेरिया के आधार पर पास किया गया। अभी इवेल्युएशन प्रोसेस की जानकारी नहीं दी गई है। सीबीएसई बोर्ड परीक्षाएं रद्द होने के साथ ही, काउंसिल फॉर द इंडियन स्कूल सर्टिफिकेट एग्जामिनेशन (सीआईएससीई) ने भी इस साल के लिए अपनी आईसीएसई की परीक्षा रद्द कर दी है।
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इंटरमीडिएट परीक्षा को लेकर सीएम जल्द लेगें निर्णय
अब उत्तर प्रदेश माध्यमिक शिक्षा परिषद (यूपी बोर्ड) की इंटरमीडिएट परीक्षा भी रद होने के पूरे आसार हैं। वजह, सीबीएसई परीक्षा का निर्णय पीएम मोदी की अध्यक्षता में हुआ है। मुख्यमंत्री योगी जल्द ही इस संबंध में बैठक करके निर्णय ले सकते हैं। वैसे यूपी बोर्ड ने मई माह में ही इंटर के परीक्षार्थियों को प्रमोट करने की तैयारियां कर रखी हैं। यूपी बोर्ड के सचिव ने 22 मई को ही सभी कॉलेजों से कक्षा 12 की प्रीबोर्ड और 11 की छमाही व वार्षिक परीक्षा के अंक मांगे थे, 28 मई तक अधिकांश स्कूल छात्र-छात्राओं के अंक का ब्योरा भेज चुके हैं। इंटरमीडिएट के छात्रों को हाई स्कूल और फर्स्ट ईयर के आधार पर प्रमोट किया जाएगा।