ये भी पढ़ें- शिवपाल यादव ने कांग्रेस के साथ गठबंधन का दिया बयान, कहा- मैं तैयार हूं.. देश में अघोषित इमेरजेंसी जैसा माहौल- तेजस्वी तेजस्वी यादव ने लखनऊ पहुंचते ही मीडिया कर्मियों से कहा कि लालू प्रसाद यादव जी का सपना था कि यूपी में भी एक महागठबंधन बनाया जाए जहां सपा और बसपा सुप्रीमो मायावती व अखिलेश यादव चुनाव लड़ने का काम करें। देश में अघोषित इमेरजेंसी जैसा माहौल है। संविधान के साथ छेड़छाड़ की जा रही है। आरक्षण को भी किसी तरह समाप्त करने की पूरी कोशिश की जा रही है।
उन्होंने आगे कहा कि हम मोदी जी को हराने या हटाने के लिए नहीं आए है। हम उनसे नफरत नहीं करते। यह एक विचार की और सिद्धांतों की लड़ाई है। मोदी से पहले भी हम भाजपा और आरएसएस का विरोध करते रहे हैं। लालू जी आज जेल में इसी वजह से हैं क्योंकि उन्होंने भाजपा के सामने घुटने नहीं टेके। उन्होंने भाजपा का सामना किया। तेजस्वी ने कहा कि माायावती ने भी शनिवार को प्रेस वार्ता में जिक्र किया था कि सुनियोजित तरीके से गठबंधन की पार्टियों को फंसाया जा रहा है।
सपा-बसपा गठबंधन को समर्थन- सपा-बसपा गठबंधन को लेकर बिहार में भी सियासत तेज हो गई है। शनिवार को ही अखिलेश-मायावती के इस औपचारिक ऐलान के बाद ही आरजेडी नेता तेजस्वी यादव ने खुशी जाहिर की थी और इसे लेकर वह अपना समर्थन देने के लिए रविवार को वह लखनऊ आए हैं। सपा-बसपा गठबंधन से भले ही कांग्रेस को बाहर रखा गया है, लेकिन तेजस्वी यादव का साफ कहना है कि इससे कोई फर्क नहीं पड़ता। महागठबंधन का सपना लालू यादव ने देखा था, जो अब साकार होते नजर आ रहा है। उन्होंने साथ ही में कहा कि अब यूपी में बीजेपी की हार की शुरुआत हो चुकी है। सपा-बसपा ही बीजेपी को हराने के लिए काफी है।
कांग्रेस के लिए कर सकते हैं वकालत- हालांकि तजेस्वी यादव द्वारा यूपी में सपा-बसपा को समर्थन देने की बात से राजनीति भी शुरू हो गई है। वहीं, कयास लगाया जा रहा है कि हो सकता है कि तेजस्वी कांग्रेस को गठबंधन में शामिल करने को लेकर भी वकालत कर सकते हैं। बताया जा रहा है कि तेजस्वी यादव लखनऊ में मायावती और अखिलेश यादव से अलग-अलग मुलाकात करेंगे।