ये भी पढ़ें- UPPCL ने बिजली उपभोक्ता के लिए शुरू की वाट्सएप बिजनेस सर्विस, घर बैठे मिलेंगी ये 5 सुविधाएं रूम के साइज के हिसाब से रखें एसी-लखनऊ चौक में एसी रिपेयर्स और सर्विस देने वाले अशोक ने बताया कि एयर कंडीशनर खरीदने से पहले, आप किस कमरे में इसे रखेंगे, उसका चयन कर लें। मोटर और कंप्रेसर द्वारा उत्पन्न गर्मी के लिए उचित वेंटिलेशन की बेहद जरूरत है। इससे बिजली की खपत को कम करने में मदद भी मिलती। ऐसे में कंप्रेसर को किसी खुले स्थान पर रखे तो बेहतर। रूप के साइज के हिसाब से एसी होना जरूरी है। 150 स्क्वैर फीट के रूम के लिए 1.50 टन का एसी सही है। बशर्ते उसमें सीधे सूरज की धूम न पड़ती है।
ये भी पढ़ें- Electricity Bill : बिजली उपभोक्ताओं को झटका! 10 फीसदी तक बढ़ सकता है बिजली का बिल ट्रैंप्रेचर रखे 24 या उससे ऊपर ही- अशोक ने कहा कि एसी के तापमान को 24 डिग्री सेल्सियस पर बनाए रखने से कंप्रेसर पर कम लोड भी पड़ता है। इससे रुप ठंडा भी रहता है और बिजली की खपत भी कम होती है। टेंप्रेचर सेटिंग के इस आसान तरीके को अपनाकर काफी यूनिट बिजली बचाने में मदद मिल सकती है। रूम के बाहर व कमरे के अंदर का तापमान भी एसी के बिजली खपत के लिए निर्भर करता है। आज के जमाने में सभी एसी स्टार रेटिंग्स के साथ आते हैं। जितने ज्यादा स्टार्स (अधिकतम पांच ही होते हैं) उतनी कम बिजली की खपत होगी। ब्रैंड इनवर्टर टेक्नोलॉजी वाले एसी बना रहे हैं, जिससे आम एसी के मुकाबले 30-35 प्रतिशत ज्यादा बिजली की बचत करता है।
टाइमर का करें इस्तेमाल- एसी चलाने वक्त टाइमर की सेटिंग करेंगे तो भी फायदा होगा। खाततौर पर रात में सोते समय। कई दफा लोग एसी चलाकर सो जाते हैं और ठंड के बावजूद उसे बंद नहीं करते। इससे एसी चलता रहता है और बिजली की खपत भी होती रहती है। ऐसे में अगर आप टाइमर सेट कर दें, तो ऐसी एक समय बाद ऑटोमेटिक बंद भी हो जाएगा और रूम भी ठंडा रहेगा। इससे फिजूल बिजली खर्च होने से भी बचेगी।
एसी फिल्टर को धोएं- एसी की सर्विस, एसी की लाइफ और बिजली खपत में बड़ा बड़ा रोल अदा करता है। इसलिए टाइमली सर्विस बेहद जरूरी है। हर एक से दो हफ्तों में इसके एयर फिल्टर को धोएं। यह आप खुद भी कर सकते हैं। यदि न कर पाएं, तो सर्विस के लिए किसी को बुला सकते हैं।