मौलाना ने आगे कहा कि हमने कई साल पहले कहा था कि सभी मुसलमान सुप्रीम कोर्ट से जो भी फैसला आएगा उसे स्वीकार करेंगे, चाहे वह फैसला हमारे पक्ष में हो या खिलाफ हो। मौलाना ने मुसलमानों से अपील करते हुए कहा कि सुप्रीम कोर्ट के निर्णय पर किसी भी तरह की प्रतिक्रिया से बचें, क्योंकि इस्से देश में असंतुलित माहोल पैदा हो सकता है। इस निर्णय को स्वीकार करना ही देश के हित में है।
मौलाना ने कहा कि जितनी जल्दी यह समस्या हल हो जाए उतना ही बेहतर होगा और यह समस्या अगली पीढ़ी तक नहीं पहुंचे यही हमारी सबसे बडी उपलब्धि होगी। हम सबको सुप्रीम कोर्ट के निर्णय को खुले दिल से स्वीकार करना होगा। इसी में हमारी और देश की भलाई है।