रुद्राभिषेक की बुकिंग शुरु हो चुकी है। उन्होंने बताया कि 17 जुलाई से श्रावण मास के कार्यक्रम प्रारम्भ होंगे जो एक महीने तक चलेंगे। इसमें भगवान भोले नाथ का अभिषेक, रूद्राभिषेक, शिवार्चन, श्रंगार, कथा प्रवचन के कार्यक्रम प्रतिदिन होंगे। समिति के आलोक सिंघल ने बताया कि पूरे सावन महीने में भगवान शिव के 12 ज्योर्तिलिंगों का एक साथ एक जगह पूजन व रूद्राभिषेक राजधानी के पं0 मंगलू पाधा जी व अन्य विद्वान आचार्यो द्वारा कराया जायेगा।
सावन के पहले दिन 12 परिवारों द्वारा रुद्राभिषेक होगा। एक ज्योर्तिलिंग पर रुद्राभिषेक होगा बाकी ज्योर्तिलिंग पर पूजन होगा। समिति के अंकूर अग्रवाल और रितेश अग्रवाल ने बताया कि 175 साल पुराने इस शिव मन्दिर में सावन में जो भक्त 30 दिन रुद्राभिषेक कराता है तो उसकी सभी मनोकामनाये पूरी होती है।
राजू वैश्य, अशोक वैश्य ने बताया कि रुद्राभिषेक प्रतिदिन सुबह 6ः30 से 10 बजे तक होगा। सावन के सभी सोमवार को मन्दिर आने वाले भक्तों को विठूर का गंगाजल निशुल्क दिया जायेगा। पूर्णाहुति हवन 16 अगस्त को होगा।