ये भी पढ़ें- ग्राउंड रिपोर्ट: कोरोना के लक्षण होने के बावजूद ग्रामीण नहीं करा रहे टेस्ट, सीएम योगी ले रहे जायजा इसकी जानकारी होते ही एडीएम, एएसपी, एसडीएम, सीओ आनन-फानन में जेल पहुंचे। जिला अस्पताल से डॉक्टरों की टीम बुलाई गई। आजम खां और उनके बेटे की जांच की गई, जिसके बाद दोनों को लखनऊ रेफर कर दिया गया है। कागजी कार्रवाई पूरी की गई, जिसके बाद पुलिस प्रशासन की सुरक्षा में दोनों को लखनऊ लाया गया। आज खां रामपुर जिले के समाजावदी पार्टी के सांसद हैं। वह और उनके बेटे अब्दुल्ला आजम दोनों ही अलग-अलग मामलों में 27 फरवरी 2020 से सीतापुर जेल में बंद हैं।
ये भी पढ़ें- यूपी: कोरोना के फिर बढ़े मामले, चार बच्चों की कार में मौत, विधायक व पूर्व मंत्री का निधन जेलर ने कहा यह- सीतापुर जेल के जेलर आरएस यादव का कहना है कि आजम खां की जांच में आक्सीजन लेबल 89 था, जिसे देखकर टीम घबरा गई और अफसरों ने भी लखनऊ में भर्ती कराना ही सही समझा। जांच के बाद दूसरा आक्सीमीटर मंगाकर भी जांच की गई, जिसमें आक्सीजन लेवल 93 पाया गया। लेकिन प्रशासन ने मामला हाई प्रोफाइल होने के कारण रिस्क लेना ठीक नहीं समझा और लखनऊ बात कर वहीं भर्ती कराने पर अंतिम मुहर लगाई गई।