ऋचा सिंह ने कहा, “मैं स्पष्ट रूप से कहना चाहती हूं कि गेस्ट हाउस कांड देश की पहली दलित मुख्यमंत्री बहन मायावती के साथ किया गया। सपा के कुछ तथाकथित नेता हमें लगातार प्रताड़ित करने की कोशिश कर रहे हैं। मेरा अखिलेश यादव से कहना है कि वे पार्टी के नेताओं और कार्यकर्ताओं को समझाएं कि महिलाओं के साथ अभद्रता न करें। वरना इसका मुहतोड़ जवाब दिया जाएगा।”
इसके आगे ऋचा सिंह ने कहा, “सपा समाजवाद की बात करती है, लेकिन जाति के आधार पर मेरा निष्कासन कर दिया गया है। मैं इस देश की आधी आबादी से आती हूं। जहां ये आधी आबादी का नाम लेकर राजनीति करना चाहते हैं।
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उन्होंने कहा, मैं कहना चाहती हूं कि हम इस देश की आधी आबादी के लिए संघर्ष करते रहे हैं। जब लगातार महिलाओं के लिए अपशब्द बोला जा रहा था। मैंने तब भी इस बात को जाहिर किया था कि चाहे महिला किसी भी जाति से आती हो। उसके लिए सूपनखा और मंथरा जैसे शब्दों का उपयोग नहीं होना चाहिए, लेकिन महिलाओं के लिए संघर्ष करने वालों को पार्टी बाहर कर देती है। ये सपा का समाजवादी चेहरा स्पष्ट करता है।”