ये भी पढ़ें: मस्जिद की सीढ़ियों के नीचे दबी है ठाकुर जीं मूर्ति, दावे के समर्थन में दिया ऐतिहासिक सबूत सहयोगी दल को नहीं मिलेगी सीट खबरों की माने तो राज्यसभा के लिए भाजपा ने इस लिस्ट में सहयोगी दल के किसी भी नेता का नाम शामिल नहीं किया है। यानी की साफ है भाजपा सहयोगी दलों के किसी भी नेता को सीट नहीं देगा। वहीं बात करें समाजवादी पार्टी की तो उसने न सिर्फ जयंत चौधरी को राज्यसभा का प्रत्याशी बनाया बल्कि निर्दलीय कपिल सिब्बल को सपा के टिकट पर राज्यसभा भेज रही है। लेकिन भाजपा ने सिर्फ अपने नेताओं को ही राज्यसभा भेजने का निर्णय लिया है। इसमें किसी भी सहयोगी दल को कोई जगह नही दी है।
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UP के 2 करोड़ युवाओं को टैबलेट और स्मार्ट फोन देने की तैयारी में योगी सरकार, जानें पूरा प्लान इन्होंने की थी सीट की मांग हालांकि बताया ये भी जा रहा है कि भाजपा की सहयोगी अपना दल की नेता और केंद्रीय मंत्री अनुप्रिया पटेल ने पार्टी के लिए राज्यसभा की एक सीट की मांग की थी। बीजेपी सूत्रों के अनुसार जो 21 नाम भेजे गए, उनमें से ही शीर्ष नेतृत्व फाइनल नाम तय करेगा। गौरतलब है की यूपी में 11 राज्यसभा सीटों पर 10 जून को चुनाव होना है। इसके लिए नामांकन 24 मई से 31 मई तक दाखिल किए जा रहे हैं। इन 11 सीटों में से 7 पर बीजेपी और 3 पर समाजवादी पार्टी गठबंधन की जीत तय है।