Viral Fever And Malaria: बारिश से बढ़ी मौसमी बीमारियां, अस्पतालों में मरीजों की संख्या में इजाफा
Viral Fever And Malaria: बारिश से जहां भीषण गर्मी से राहत मिली है, वहीं मौसमी बीमारियों के मरीजों की संख्या में भी इजाफा हुआ है। विशेष रूप से बच्चों में वायरल बुखार और मलेरिया के मामले बढ़ रहे हैं।
Viral Fever And Malaria Seasonal Diseases: बारिश के मौसम में बढ़ती नमी और बदलते तापमान ने तरह-तरह की मौसमी बीमारियों को न्योता दिया है। शुक्रवार को बलरामपुर अस्पताल की बाल रोग विभाग की ओपीडी में दो दर्जन से अधिक बच्चे वायरल बुखार से पीड़ित पाए गए। डॉ. हिमांशु चतुर्वेदी ने बताया कि इनमें से कई बच्चों में मलेरिया की जांच की गई, जिसमें पांच मलेरिया के मामले सामने आए हैं।
बाल रोग विशेषज्ञ डॉ. हिमांशु चतुर्वेदी ने बताया कि ओपीडी में डायरिया, बुखार, सर्दी, खांसी, आई फ्लू, स्किन एलर्जी जैसी मौसमी बीमारियों से पीड़ित बच्चों की संख्या में उल्लेखनीय वृद्धि हुई है। ओपीडी में आने वाले लगभग 40-50 फीसदी मरीज इन बीमारियों से ग्रसित हैं। उन्होंने बताया कि प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र (पीएससी) में इन बीमारियों से निपटने के लिए सभी प्रकार की दवाइयां उपलब्ध हैं।
बारिश के मौसम में टाइफाइड, डायरिया, वायरल बुखार, स्किन एलर्जी और आई फ्लू का प्रकोप बढ़ गया है। डेंगू और मलेरिया जैसी बीमारियों का सबसे अधिक खतरा होता है, जो मच्छरों के काटने से फैलती हैं। डॉ. हिमांशु चतुर्वेदी ने सुझाव दिया कि इस मौसम में पौष्टिक भोजन का सेवन करें और जंक फूड से बचें। हमेशा हाइड्रेटेड रहें और साफ पानी पीएं। अपने आसपास सफाई रखें, मच्छरदानी का इस्तेमाल करें और मच्छर भगाने वाली क्रीम का उपयोग करें।
इन सावधानियों का पालन कर लोग मौसमी बीमारियों से बच सकते हैं और स्वास्थ्य को बेहतर बना सकते हैं। बारिश के मौसम में अतिरिक्त सतर्कता बरतने की जरूरत है ताकि बीमारियों का प्रकोप रोका जा सके।