गरज-चमक के साथ तेज बारिश की संभावना
शनिवार को लखनऊ और आस-पास के क्षेत्रों में हुई बारिश-बौछारों ने लोगों को सतर्क कर दिया है। मौसम विभाग ने इस बात की पुष्टि की है कि अगले 24 घंटों में कई जिलों में आकाशीय बिजली गिरने और तेज हवाओं के साथ भारी बारिश होने की संभावना है। सोनभद्र, चंदौली, गाजीपुर, बलिया, चित्रकूट, महोबा, बांदा, कौशाम्बी, हमीरपुर, फतेहपुर, जालौन, झांसी और देवरिया जैसे जिलों में भारी बारिश के साथ आकाशीय बिजली गिरने का खतरा बना हुआ है। विभाग ने इन क्षेत्रों के निवासियों को सचेत रहने और आवश्यक सावधानियां बरतने की सलाह दी है। मौसम वैज्ञानिकों के अनुसार इस समय उत्तर प्रदेश के कई हिस्सों में मानसून अपनी चरम स्थिति में है, जिससे राज्य के अधिकांश हिस्सों में व्यापक बारिश हो रही है। इसके साथ ही, इन जिलों में अचानक तेज हवाएं चलने और मध्यम से भारी बारिश होने की संभावना जताई गई है, जिससे जन-जीवन प्रभावित हो सकता है।
लखनऊ, कानपुर, गोरखपुर सहित कई जिलों में भारी बारिश का अलर्ट
लखनऊ और आसपास के क्षेत्रों में शनिवार को भी बारिश का दौर जारी रहा और रविवार को भी इसका सिलसिला जारी रहने की उम्मीद है। मौसम विभाग के पूर्वानुमान के अनुसार, लखनऊ, कानपुर नगर, गोरखपुर, सीतापुर, बहराइच, गोंडा, इटावा, आगरा और कानपुर देहात सहित कई जिलों में भारी बारिश और तेज हवाओं के साथ मौसम बिगड़ने की संभावना है। येलो अलर्ट के तहत इन जिलों में लोगों को आकाशीय बिजली और भारी बारिश से सतर्क रहने की आवश्यकता है। अत्यधिक बारिश के कारण जलभराव की स्थिति उत्पन्न हो सकती है, जिससे यातायात और जन-जीवन पर भी असर पड़ सकता है। इसलिए, मौसम विभाग ने सलाह दी है कि लोग घर से निकलने से पहले मौसम की जानकारी अवश्य प्राप्त करें और आवश्यकता न हो तो बाहर न निकलें।
सुरक्षित रहें: जरूरी एहतियात
तेज बारिश और आकाशीय बिजली की संभावना को देखते हुए, नागरिकों को कुछ एहतियात बरतने की सलाह दी गई है। आकाशीय बिजली से बचने के लिए घर के अंदर ही रहने की कोशिश करें और खुले स्थानों, पेड़ों या बिजली के खंभों से दूर रहें। यदि आप यात्रा पर हैं तो ऊंचे स्थानों से बचने की कोशिश करें और सुरक्षित स्थान पर रुकें। बारिश के दौरान जलभराव वाले इलाकों से भी दूरी बनाए रखें क्योंकि अचानक तेज बारिश से सड़कों पर जलजमाव हो सकता है। इसके साथ ही, ग्रामीण इलाकों में फसलों को भी नुकसान पहुंचने की संभावना है। किसानों को सलाह दी गई है कि वे अपने खेतों और फसलों की सुरक्षा का ध्यान रखें और खेतों में काम करने से पहले मौसम की जानकारी प्राप्त करें।