मिर्जापुर (Mirzapur) में अब सिर्फ 29 कोरोना संक्रमित मरीज हैं। अब तक कुल 90 लोगों की मौत हुई है। ग्रामीण इलाकों पहले से हालात बेहतर हुए हैं, पर अभी भी बुखार और सर्दी, खांसी के मरीजों की संख्या अधिक है। स्वास्थ्य विभाग की ओर से लगातार जांच की जा रही है और दवाइयां भी मिल रही है। हालांकि, सीडीओ के आदेश के बाद भी कई गांवों में सेनेटाइज का कार्य नहीं हो रहा है।
मेरठ (Meerut) में कोरोना की स्थिति संतोषजनक नहीं कहीं जा सकती। जिले के कुल 479 में से करीब 90 फीसदी गांव खांसी-बुखार से पीड़ित हैं। पंचायत चुनाव के बाद से ग्रामीण इलाकों में अब तक 80 से अधिक लोगों की मौत हो चुकी है। स्वास्थ विभाग की ओर से एंटीजन जांच के साथ-साथ दवाइयों की किट भी दी जा रही है। सेनेटाइजेशन का भी काम चल रहा है।
उन्नाव (Unnao) में 641 सक्रिय केस हैं। अब तक 184 लोगों की मौत हुई है। गांवों में सर्दी-बुखार के मरीजों की संख्या कम हुई है। स्वास्थ्य विभाग की ओर से सेनेटाइजेशन, एंटीजन टेस्ट और दवाइयां दी जा रही हैं। ऐसा ही हाल हरदोई जिले का भी यहां के गांवों में बीमारों की संख्या में तेजी से कमी आई है।
कानपुर देहात (Kanpur Dehat) कोरोना के 353 एक्टिव मरीज हैं। जनपद के सिर्फ 10 फीसदी गांव में ही लोग बुखार-सर्दी से पीड़ित हैं। दवाइयों की व्यवस्था दुरुस्त है। लगातार जांच हो रही हैं। हालांकि, लोग जांच कराने कम पहुंच रहे हैं। कुछ गांवों में सेनेटाइजेशन कराया जा रहा है।
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सुलतानपुर : अभी नहीं शुरू हुआ सेनेटाइजेशन का कामसुलतानपुर (Sultanpur) जिले में अब 114 लोगों की कोरोना से मौत हो चुकी है। जिले के तकरीबन सभी गांवों में लोग सर्दी-जुकाम से पीड़ित हैं, लेकिन यह संख्या तेजी से कम हुई है। जांच और दवाइयों का वितरण हो रहा है, लेकिन सेनेटाइजेशन का काम अभी शुरू नहीं हो सका है।
गाजीपुर (Ghazipur) जिले में कोरोना के 1422 एक्टिव केस हैं। अब तक 237 मरीजों की मौत हो चुकी है। जनपद के तकरीब 80 फीसदी गांवों में लोग सर्दी, जुकाम, बुखार से पीड़ित हैं लेकिन, मरीजों की संख्या कम हुई है। जांच और दवाइयों के वितरण के साथ सेनेटाइजेशन का काम किया जा रहा है।
आजमगढ़ (Azamgarh) जिले की 1887 ग्राम पंचायतों में 35 प्रतिशत से अधिक लोग सर्दी-जुकाम अथवा बुखार से पीड़ित हैं। 10 दिनों पहले यह आंकड़ा 75 फीसदी तक था। स्वास्थ्य विभाग की टीम जांच के साथ दवाइयां भी वितरित कर रही है। सेनेटाइजेशन भी किया जा रहा है।
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जिम्मेदार बोले
1. शहरों और कस्बों में ज्यादा से ज्यादा आरटी-पीसीआर टेस्ट के साथ ही सैनिटाइजेशन अभियान भी चलाया जा रहा है।- नवनीत सहगल, अपर मुख्य सचिव (यूपी) सूचना 2. गांवों में जांच और सेनेटाइजन किया जा रहा है। दवाओं भी निःशुल्क वितरित की जा रही हैं।- प्रवीण कुमार लक्षकार, जिलाधिकारी, मिर्जापुर 3. निगरानी समितियों को एक्टिव कर दिया गया है, जिसका सकारात्मक परिणाम भी दिखने लगा है।- अतुल वत्स, सीडीओ, सुलतानपुर
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बीमारी को लेकर क्या बोले लोग
सुलतानपुर : जिले में विकास खण्ड भदैया के ग्राम लोदीपुर के आत्माराम बताते हैं कि गांव में करीब-करीब सभी घरों के एक-दो सदस्यों को सर्दी, जुकाम, बुखार और खांसी की शिकायत थी, लेकिन अब पिछले एक हप्ते से इस बीमारी के मरीजों में काफी कमी आई है। कुड़वार ब्लॉक के सरकौड़ा गांव के निवासी सूर्यप्रकाश ने बताया कि एक हप्ते पहले हर में बुखार, खांसी और सर्दी के मरीज मिल जाते, लेकिन अब मरीजों की संख्या में अप्रत्याशित कमी आई है।