कोविड प्रोटोकॉल के साथ ओपीडी को खोला गया है। इसके तहत आने वाले सभी मरीजों व उनके तीमारदारों की स्क्रीनिंग हो रही है। सभी का बुखार चेक किया जा रहा। व सर्दी-जुकाम आदि के लक्षणों के बारे में भी उनसे जानकारी ली जा रही है। ओपीडी को लगातार सैनेटाइज किया जा रहा है। भीड़ नियंत्रण करने के इंतजाम भी किए गए हैं। लखनऊ सिविल अस्पताल के निदेशक डॉ. सुभाष एस सुंदरियाल ने बताया कि बुखार आदि की जांच के बाद ही मरीज ओपीडी में आएंगे। ऑपरेशन भी होंगे। उन्होंने कहा कि यह नॉन कोविड अस्पताल है और यहां टीकाकरण भी चल रहा है। मेडिसिन, आई, सर्जरी, ईएनटी, एंटी रैबीज, हड्डी व अन्य विभागों में भी मरीज देखे जाएंगे।
लखनऊ के किंग जॉर्ज मेडिकल यूनिवर्सिटी में सीरो सर्वे के नमूनों का सैंपल जांच के लिए भेजा जाएगा। इसके जरिए लोगों के शरीर में कोरोना के खिलाफ मौजूद एंटीबॉडी का पता लगाया जाएगा। लखनऊ के मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ संजय भटनागर ने बताया कि राजधानी में 4, 5 और 6 जून तक सीरो सर्वे चलेगा। इस दौरान कुल 1434 लोगों के सैंपल लिए जाएंगे। सीरो सर्वे पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि कोरोना से कुल संक्रमित हुए लोगों, स्वस्थ हुए लोगों, एंटीबॉडी आदि के संबंध में “सीरो सर्वे” कराया जाना जरूरी है। इससे पहले बीते वर्ष सितंबर में 11 जिलों में सीरो सर्वे कराया गया था। उनमें लखनऊ, वाराणसी, कानपुर, आगरा, गोरखपुर, गाजियाबाद, प्रयागराज, कौशांबी, मेरठ, मुरादाबाद व बागपत जिले शामिल थे। इन जिलों में हुए सीरो सर्वे में 22.1 फीसद लोगों में एंटीबॉडी पाई गई थी।