मुख्यालय भेजी गई रिपोर्ट आगरा के डीआईजी जेल ने मुन्ना बजरंगी हत्याकांड की अपनी जांच रिपोर्ट लखनऊ मुख्यालय भेज दी है। सूत्रों के मुताबिक डीआईजी जेल की जांच रिपोर्ट के आधार पर कार्रवाई हुई तो दोषी जेल अफसरों के खिलाफ बर्खास्तगी तक की कार्रवाई की जा सकती है। जेल मुख्यालय के एक बड़े अधिकारी की अगर मानें तो जेल के अंदर पिस्टल पहुंचाने में जेलकर्मी की महत्वपूर्ण भूमिका है और वह पूरी तरह से से दोषी हैं। इसके अलावा जेल के एक नम्बरदार ने भी इस काम में अपनी महत्वपूर्ण निभाई है। अधिकारी के मुताबिक इस हत्याकांड में शासन ने सख्त कार्रवाई करने के निर्देश दिए हैं। इसलिए इस जांच रिपोर्ट में दोषी पाए गए अधिकारियों की बर्खास्तगी तय है।
हत्याकांड से मचा था हड़कंप आपको बता दें कि बीती 9 जुलाई को प्रेम प्रकाश सिंह उर्फ मुन्ना बजरंगी को जेल के अंदर सुनील राठी ने गोलियों से भूनकर मौत के घाट उतार दिया था। जेल के अंदर हुए इस हत्याकांड ने चारों तरफ हंगामा मचा दिया था। मुन्ना बजरंगी की हत्या की खबर के बाद प्रदेश के पुलिस अधिकारियों के अलावा जेलों में बंद दूसरे बड़े माफियाओं की नींद उड़ गई थी। हत्याकांड के बाद सभी का एक ही सवाल था कि आखिर जेल के अंदर पिस्टल और मैंगजीन कैसे पहुंचाई गई। वहीं शासन ने भी तुरंत एक्शन लेते हुए इस मामले में जेलर, डिप्टी जेलर, वार्डेन और हेड वार्डेन को सस्पेंड कर दिया था।
दोषियों के खिलाफ होगी सख्त कार्रवाई वहीं मामले की जांच कर रहे डीआईजी जेल संजीव त्रिपाठी ने बताया कि उन्होंने जांच रिपोर्ट लखनऊ मुख्यालय भेज दी है। वहीं जेल मुख्यालय के अधिकारियों का कहना है कि पूरी रिपोर्ट देखने के बाद ही कुछ कहना संभव होगा। वहीं इस प्रकरण में जेल के एडीजी चंद्रप्रकाश ने बताया कि डीआईजी जेल आगरा की रिपोर्ट में जो भी दोषी पाया जाएगा। उसके खिलाफ सख्त से सख्त कार्रवाई की जाएगी।