30 जून की बैठक काफी अहम मायावती विधानसभा चुनाव में मिली करारी हार के बाद लखनऊ में ही रहकर लगातार संगठन विस्तार और इसके कामकाज की समीक्षा कर रही हैं। विधानसभा चुनाव में अपेक्षाकृत काम न करने वालों को पार्टी से बाहर का रास्ता दिखाया जा रहा है या फिर उन्हें हाशिये पर डाला जा रहा है। इस हिसाब से 30 जून को होने वाली बैठक काफी अहम मानी जा रही है। सूत्रों का कहना है कि 30 जून की बैठक में जिम्मेदारों के कामकाज की समीक्षा की जाएगी और राष्ट्रीय और प्रदेश कोआर्डिनेटरों से प्रगति रिपोर्ट ली जाएगी। इसके आधार पर आगे का फैसला किया जाएगा। प्रबुद्ध वर्ग सम्मेलन में अहम जिम्मेदारी निभाने वाले नकुल दुबे को गलत रिपोर्ट देने पर पार्टी से बाहर किया जा चुका है।
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Learning driving license : लर्निंग ड्राइविंग लाइसेंस बनवाने के नियम बदले, जानें नया क्या हुआ निकाय चुनाव पर भी होगी चर्चा प्रदेश कोआर्डिनेटरों के साथ मुख्य मंडल प्रभारियों को इसमें बुलाया गया है। मायावती मौजूदा समय कॉडर के नेताओं को अधिक महत्व दे रही हैं। इसके अलावा मुस्लिम समुदाय के नेताओं को अहम जिम्मेदारियां सौंप रही हैं। बैठक में नवंबर में होने वाले निकाय चुनाव और मिशन-2024 की रणनीति पर भी चर्चा होगी।
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खुशखबर, यूपी में मिले लुप्तप्राय दुर्लभ प्रजाति के राज गिद्ध समुदाय विशेष को गुमराह होने से बचाना है – मायावती आजमगढ़ रिजल्ट आने पर बसपा सुप्रीमो मायावती ने कहाकि, सिर्फ आजमगढ़ ही नहीं, बल्कि बसपा को पूरे यूपी में 2024 लोकसभा चुनाव के लिए संघर्ष व प्रयास लगातार जारी रखना है। इसी क्रम में एक समुदाय विशेष को चुनावों में गुमराह होने से बचाना भी बहुत जरूरी है।