8 फरवरी को हुए इस हिंसा में पेट्रोल बम और पत्थर फेंके गए। इसके बाद से इलाके में कर्फ्यू लागू है और सभी दुकानें बंद हैं। इतना ही नहीं, उपद्रवी आम लोगों की गाड़ियों को जलाने से भी बाज नहीं आए। इसके साथ ही, सरकार के मुताबिक, कोई भी उपद्रव मचाते दिखे तो उसे देखते ही शूट कर दिया जाए।