उत्तर प्रदेश सरकार (UP Government) ने 50 ऑक्सीजन टैंकर की मांग केंद्र सरकार से की है। इसके अलावा अस्पतालों को 5000 जंबो सिलेडर खरीदने के लिए आठ करोड़ जारी कर दिए गए हैं। इससे जिलों के अस्पतालों में फौरी तौर पर 233500 लीटर ऑक्सीजन की आपूर्ति हो सकेगी।
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निजी अस्पतालों में सरकारी खर्च से ऑक्सीजन प्लांट
उप्र सरकार उन निजी अस्पतालों में भी ऑक्सीजन प्लांट की स्थापना करवा रही है, जिन्हें सरकार ने कोरोना (Covid Hospital) के ईलाज के लिए टेकओवर किया है। इन निजी संस्थानों में लगने वाले ऑक्सीजन प्लांट का बिल निजी संस्थान के बिल में एडजस्ट किया जाएगा।
योगी आदित्यनाथ (Yogi Adityanath) सरकार ने कहा है कि प्रदेश में जितने भी अस्पताल 100 बेड से ऊपर के हैं, उन सभी में ऑक्सीजन प्लांट जरूरी है।
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21 नए जिला चिकित्सालयों में काम शुरू
सीएम योगी के निर्देश पर प्रदेश में बन रहे 21 नए जिला चिकित्सालयों (District Hospitals) में ऑक्सीजन प्लांट लगाने के लिए धनराशि जारी की जा चुकी है।
प्रमुख सचिव चिकित्सा शिक्षा आलोक कुमार के अनुसार उप्र में कुल 52 मेडिकल कॉलेज (Medical College) हैं, जिसमें 22 में ऑक्सीजन प्लांट स्थापित हैं। जबकि 18 स्थानों- कानपुर, आगरा, झांसी, जालौन, बांदा, कन्नौज, आजमगढ़, शाहजहांपुर मेडिकल कॉलेज, डॉ. राम मनोहर लोहिया आयुर्विज्ञान संस्थान लखनऊ, सुपर स्पेशियलिटी कैंसर संस्थान लखनऊ, स्वशासी मेडिकल कॉलेज बस्ती, अयोध्या, बहराईच, फिरोजाबाद, सहारनपुर और अंबेडकरनगर में ऑक्सीजन प्लांट लगाए जा रहे हैं।
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डीआरडीओ की तकनीक पर 39 नए प्लांट
ऑक्सीजन की कमी दूर करने के लिए 39 नए ऑक्सीजन प्लांट लगाने पर काम हो रहा है। डीआरडीओ (DRDO) की नवीनतम तकनीक आधारित 18 प्लांट सहित 39 नए ऑक्सीजन प्लांट लगाने का काम हो रहा है।
उप्र में लगने वाले सभी ऑक्सीजन प्लांट नई तकनीक पर आधारित हैं यह हवा से ही ऑक्सीजन बनाएंगे। इसके लिए लिक्विड गैस (Liquid Gas) की आवश्यकता नहीं होगी।
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गांव-गांव में लगेंगे ऑक्सीजन प्लांट
आपात परिस्थितियों को देखते हुए 855 सीएचसी पर 488 करोड़ की लागत से ऑक्सीजन प्लांट बनाए जाएंगे। धनराशि की प्रतिपूर्ति स्टेट डिजास्टर रीलिफ फंड (State Disaster Relief Fund) से की जाएगी।
यूपी में ऑक्सीजन की बेहतर मॉनिटरिंग के लिए आइआईटी कानपुर (IIT Kanpur), आइआइएम लखनऊ और आइआइटी बीएचयू ऑक्सीजन का ऑडिट करेंगे। इससे ऑक्सीजन की मांग-आपूर्ति-वितरण की लाइव ट्रैकिंग और आसान हो जाएगी।
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जानिए ऑक्सीजन का रेट
लिक्विड मेडिकल ऑक्सीजन (एलएमओ) इन दिनों प्राणवायु बनी है। सरकारी अस्पतालों (Government Hospitals) में इस ऑक्सीजन का सप्लाई रेट 9.30 रुपए प्रति क्यूबिक मीटर है। हालांकि अप्रेल में कम्पनियों ने एलएमओ के रेट में इजाफा कर 15.22 रुपए क्यूबिक मीटर कर दिया। इसमें भाड़ा अलग था। कुछ जगहों पर इसका रेट 17.72 रुपए क्यूबिक मीटर है। जबकि, कंपनियां 20 रुपए प्रति क्यूबिक मीटर भाड़ा भी वसूल रही हैं। इस ताह कीमत 38 से 40 रुपए क्यूबिक मीटर तक पहुंच गई। जबकि छोटे ऑक्सीजन सिलेंडर भरने के लिए चार सौ रुपए लिए जा रहे हैं। एक छोटे सिलेंडर में डेढ़ क्यूबिक मीटर यानी 1246 लीटर ऑक्सीजन होती है। इस तरह आम इंसान को निजी अस्पतालों को करीब 267 रुपए क्यूबिक मीटर कीमत चुकानी पड़ रही है। यानी एक लीटर ऑक्सीजन की कीमत करीब 4.15 रुपए पड़ रही है। पहले छोटे सिलेंडर 150 रुपए में भरे जा रहे थे, जबकि बड़े के लिए 300 रुपए देने पड़ते थे। अब सरकार ने सरकारी अस्पतालों को सरकारी रेट 25.72 रुपए क्यूबिक मीटर बढ़ाकर कर दिया है। इसमें लोडिंग-अनलोडिंग और भाड़ा अलग है।