कानपुर पुलिस प्रमुख मोहित अग्रवाल ने बताया कि विकास दुबे का खास गुर्गा दयाशंकर अग्निहोत्री पकड़ा गया है। उसने कई राज उगले हैं। अग्निहोत्री ने बताया कि गैंग को संभावित पुलिस कार्रवाई की जानकारी पहले ही मिल गई थी। इसलिए विकास ने गैंग के 25-30 असलहाधारियों को गांव बुला लिया था। अग्निहोत्री ने पूछताछ में खुलासा किया है कि छापेमारी की भनक लगते ही गैंगस्टर ने हत्याकांड की साजिश रची। विकास दुबे खुद पुलिसवालों पर फायरिंग कर रहा था। यह बंदूक दयाशंकर के नाम पर थी। दयाशंकर की मानें तो मुठभेड़ के वक्त आपाधापी में वह घर के अंदर बंद हो गया था इसलिए ज्यादा कुछ नहीं देख सका।
विकास को पकडऩे के लिए कानपुर पुलिस जब 3 जुलाई की रात के अंधेरे में चौबेपुर थाने के बिकरू गांव पहुंची, उससे ठीक पहले ही लाइनमैन ने बिकरू गांव की बिजली काट दी। घोर अंधेरे में पुलिस को लोकेशन समझ में नहीं आयी। इसी दौरान पुलिस गोलियों का शिकार हो गई। यूपी एसटीएफ की जांच में इस बात का भी खुलासा हुआ है। बताया जाता है कि चौबेपुर थाने से शिवली सब स्टेशन पर फोन कर गांव की लाइट काटने को कहा था। इसकी पुष्टि एक बिजली कर्मचारी ने की है। शिवली पॉवरहाउस के एक जेई और लाइन मैन को एसटीएफ ने हिरासत में लिया है। पता चला है कि फोन करने वाले ने खुद को पुलिसकर्मी बताकर कहा था कि गांव में बड़ा कांड हो गया है बिजली काट दो। इसके बाद लाइनमैन मोनू ने बिजली काट दी। एसटीएफ की जांच में यह नंबर चौबेपुर थाने का निकला है।
विकास कुंडली अब यूपी पुलिस खंगाल रही है। सभी पुराने मुकदमों की समीक्षा शुरू कर दी है। पुलिस ने विकास के ऊपर रखी इनाम की राशि 50 हजार से बढ़ाकर 1 लाख कर दी है। अब तक विकास की कोई जानकारी पुलिस को नहीं मिल पाई है। विकास दुबे के गुर्गों-श्यामू बाजपेई, छोटू शुक्ला,जेसीबी चालक मोनू, जहान यादव, शशिकांत, पंडित शिव तिवारी, विष्णु पाल, राम सिंह, राम बाजपेई, अमर दुबे, प्रभात मिश्रा, गोपाल सैनी, वीरू भवन, शिवम दुबे, बालगोविंद और बउवा दुबे पर भी 25-25 हजार का इनाम घोषित किया गया है।
विकास की तलाश में पुलिस की साठ टीमें दबिश दे रही हैं। 1500 दरोगाओं के नेतृत्व में टीम भगोड़े गैंगस्टर विकास की तलाश नेपाल बार्डर, बिहार बार्डर, मध्य प्रदेश और राजस्थान बार्डर पर की जा रही है। क्राइम ब्रांच और एसटीएफ की टीम ने अब तक 200 संदिग्ध को हिरासत में लिया। इनसे पूछताछ जारी है।
एलडीए आरोपी विकास दुबे के लखनऊ स्थित घर को ढहाने पर भी विचार कर रहा है। एलडीए ने कृष्णानगर स्थित विकास दुबे के दोनों मकानों के आवंटन, खरीद और मानचित्र से जुड़े दस्तावेज तलब कर लिए हैं। विकास ने अपनी पत्नी समेत कई रिश्तेदारों के नाम पर जमीनें खरीदीं हैं। पुलिस लखनऊ के मकानों को भी ध्वस्त कर सकती है।