मैं विकास दुबे से भी बड़ा वाला हूं… राजकुमार ने अफसरों से बातचीत के दौरान हवा में फायरिंग कर धमकी दी-मैं विकास दुबे से भी बड़ा वाला हूं। इस पर पुलिस अधिकारियों ने उससे संवाद शुरू किया। अधिकारियों ने कहा कि वह सरेंडर कर दे। संवाद में भी वह धमकी देता रहा।
डरते हुए घुसे अधिकारी कारोबारी केवल अधिकारियों को ही अंदर आकर बात करने को बुलाया। उसके बंदूक नीचे रखने के बाद भी अधिकारी डरते रहे कि कहीं तमंचा न हो। फिर हिम्मत कर अंदर गए। कारोबारी के बेटे की शिकायत पर पुलिस सुबह ही जांच को घर आई थी। कारोबारी सरेंडर करने के पहले घर आए पुलिस कर्मचारियों के निलंबन करने की शर्त पर अड़ा रहा। इस पर डीसीपी ने मोबाइल पर एक कागज पर बहलाने के लिए आदेश मंगाया। यह देखकर वह सरेंडर को राजी हुआ। पिता के पुलिस पर गोली चलाने की सूचना पर पहुंचा छोटा बेटा राहुल पत्नी के साथ पहुंचा। वह गेट से दूर खड़ा होकर अवाक सा रहा। फायरिंग थमने के बाद भी पुलिस ने उसे काफी देर तक बाहर ही रोका। राहुल बोला कि पिता की पुलिस पर गोली चलाने की सूचना पर उसके होश उड़ गए। उसे लगा कि बिकरू जैसा कांड न हो सकता है। वह काफी देर तक गेट के पास बदहवास सा खड़ा रहा।
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पिकनिक मनाने गए थे आईआईटियंस, दो डूबे, एक की मौत दूसरे की तलाश कूलर की टंकी की चादर फाड़ दीवार से टकराई गोली आरके दुबे के घर के सामने रहने वाले आरके सिंह के लोहे के गेट से गोली आर-पार होकर दीवार से टकरा गई। आरके सिंह के बगल में रहने वाले आर शर्मा के घर की दूसरी मंजिल में गोली कूलर की टंकी को पार करते हुए दीवार से टकरा गई। यहां बच्चा दिव्यांश था। वह बच गया। उस समय परिवार के लोग कमरे में ही मौजूद थे। पड़ोसी सुमित त्रिवेदी के घर की दूसरी मंजिल में लगी शीशे की रेलिंग में गोली लगने से शीशा चकनाचूर हो गया। सुमित ने बताया कि आरके दुबे उन घरों को निशाना बना रहे थे जहां पुलिस जा रही थी। पड़ोसी प्रशांत ने बताया कि उनकी मां हार्ट की पेशेंट हैं और पिता डायबिटिक हैं। ऐसे में वह लोग रातभर सो नहीं पाते हैं। दोपहर में जब तेज आवाज हुई तो उन्हें लगा कि उनकी कार का टायर फट गया है। फिर आवाज होने से झांककर देखा तो आरके दुबे छत से गोली चला रहे थे।
मानसिक बीमारी से ग्रसित, चल रहा इलाज छोटे बेटे राहुल ने बताया कि उनके पिता वर्ष 2003 में छत से कूद गए थे। उंसके बाद से वह मानसिक बीमारी से ग्रसित हैं। उनका इलाज भी डॉ. महेंद्रू के यहां चल रहा है। इसके अलावा उनके बड़े भाई सिद्धार्थ इस समय ऑनलाइन शॉपिंग कंपनी में वर्कफ्रॉम होम कर रहे हैं। भाई की एक साल 8 जुलाई 2021 को शादी हुई थी। तब से पिता उन्हें घर में बैठकर रोटी तोड़ने का ताना देते थे। साथ ही भाई से घर छोड़ने के लिए कहते थे। राहुल ने बताया करीब एक माह पहले उनकी भी शादी हुई थी। पिता के इस व्यवहार से तंग आकर वह पत्नी जॉय श्री के साथ अलग रहने लगे थे। राहुल ने बताया कि उनके भाई ने जब घटना की जानकारी हुई तो वह भागकर आए।
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कानपुर हिंसाः पानी पी-पी कर दिए जवाब, बिरयानी मांगी तो अधकारियों ने खिलवाई सब्जी और रोटी पत्नी दे रही थी कारतूस, पहले भी की है फायरिंग पड़ोसी व पुलिस हैरानी जताते रहे कि आरके दुबे की पत्नी उन्हें कारतूस दे रही थी। कुछ लोगों का कहना है कि पत्नी दहशत में उसका साथ दे रही थी। लोगों का आरोप है कि वह किसी से ठीक से बात नहीं करता है। इससे पहले भी आरोपित इलाके में गोलियां चला चुका है। एक पड़ोसी ने बताया कि लगभघ पांच साल पहले भी घर के सामने रहने वाले पड़ोसी से नाली के विवाद में भी उसने फायर किए थे। पुलिस ने उसे पकड़ा था। आर के सिंह के पीछे