Food Inflation: अगर आप सीजन से बाहर की सब्जियां खाने का शौक रखते हैं, तो अपनी जेब ढीली करने के लिए तैयार हो जाइए। फूल गोभी का दाम 160 रुपए प्रति किलो तक पहुंच गया है। मूली 200 रुपए प्रति किलो में बिक रही है। ब्रोकली तो इनसे भी महंगी है, 500 रुपए प्रति किलो में मिल रही है। गाजर का दाम 60 रुपए प्रति किलो चल रहा है। इतना पैसा खर्च करने के बाद भी इस बात की कोई गारंटी नहीं है कि खरीदी हुई सब्जी आपकी उम्मीदों पर खरी उतरेगी। हो सकता है कि सब्जी में बरसाती कीड़ा निकल आए या फिर वह अंदर से सड़ी हुई मिले।
आढ़तियों के अनुसार मंडी में सब्जियों की आवक बहुत कम हो रही है। उत्पादक जबरदस्ती माल नहीं भेज रहे हैं, बल्कि वे अतिरिक्त माल को शीतगृहों में सहेज कर रख रहे हैं और जब किल्लत अधिक होती है, तभी माल निकालते हैं और पूरे दाम वसूलते हैं। रिटेलर और भी ज्यादा मुनाफा कमा रहे हैं। मंडी से 160 रुपए प्रति किलो में खरीदी गई ब्रोकली को वे तीन गुना दाम पर बेच रहे हैं। यही स्थिति फूल गोभी की भी है, जो मंडी के रेट से चार गुना दाम पर ग्राहकों को बेची जा रही है।
आलू के बढ़े दाम
आलू के बढ़े हुए दाम भी रिटेलरों की ही वजह से हैं। जो आलू 27 रुपए में खरीदकर खर्चा जोड़ने के बाद 30 रुपए का पड़ता है, उसे 40 रुपए में बेचा जा रहा है। वही आलू बल्केश्वर सब्जी मंडी में आसानी से 35 रुपए प्रति किलो मिल रहा है। इसी तरह टमाटर के दामों में भी मुनाफाखोरी अपने चरम पर है। स्थापित मंडियों में टमाटर का रेट 80 रुपए प्रति किलो है, जबकि रेहड़ी वाले इसे 100 रुपए प्रति किलो तक में बेच रहे हैं।
पिछले तीन हफ्तों में दालों के दाम में मामूली बढ़ोतरी हुई है। अरहर दाल का दाम पांच रुपए प्रति किलो बढ़ा है। मूंग छिलका और मूंग धोवा में दो रुपए प्रति किलो की बढ़ोतरी हुई है। अच्छी गुणवत्ता वाली उड़द छिलका 10 रुपए प्रति किलो महंगी हो गई है, जबकि उड़द धोवा के दाम स्थिर बने हुए हैं। मलका और मसूर काली में एक रुपए प्रति किलो की बढ़ोतरी दर्ज की गई है। राजमा की बढ़िया वैरायटी कुछ महंगी हो गई है और सफेद रमास के दाम में भी पांच रुपए प्रति किलो का अंतर आया है।
Hindi News / Lucknow / दाल और सब्जियों के रेट आसमान पर पहुंचे, कोल्ड स्टोर में जमा हो रहा माल