प्रॉपर्टी के लालच में बेटे और बहू ने परिवार के 6 सदस्यों की निर्मम हत्या की, 5 साल बाद मिली फांसी की सजा
मृतका के भाई लालचंद ने बताया कि गीता के नाम पर एक करोड़ रुपये की बीमा पॉलिसी थी, जिसका नामिनी उसका लिव-इन पार्टनर है। परिजनों का दावा है कि गीता का एक्सीडेंट नहीं हुआ, बल्कि उसे योजनाबद्ध तरीके से मार कर घटना को सड़क दुर्घटना का रूप दिया गया है।डिफेंस स्पो मैदान में मिले शव के आसपास की परिस्थितियों और गीता के शरीर पर मौजूद चोट के निशानों ने इस घटना को लेकर कई सवाल खड़े कर दिए हैं। पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद मौत के कारणों का खुलासा होने की उम्मीद है। पुलिस ने इस मामले में जांच तेज कर दी है और घटनास्थल के आसपास के सीसीटीवी फुटेज खंगाले जा रहे हैं।
मृतका के भाई लालचंद ने बताया कि शुक्रवार सुबह गीता के लिव-इन पार्टनर ने फोन कर उन्हें घटना की जानकारी दी। उसने दावा किया कि वह घटना के समय रायबरेली में था और गीता का एक्सीडेंट डिफेंस स्पो मैदान के पास हुआ। इसके बाद वह खुद गीता का शव कार में लादकर उनके पास तेलीबाग लेकर आया।
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लालचंद ने आरोप लगाया कि गीता का लिव-इन पार्टनर पेशे से अधिवक्ता है और उसने गीता के नाम पर बीमा करवाया था। अब बीमा राशि हड़पने के लिए उसने षड्यंत्र रचकर उसकी हत्या कर दी। उन्होंने कहा कि गीता के चेहरे और शरीर पर चोट के निशान हैं, जिससे साफ होता है कि उसकी हत्या की गई है।- गीता की रहस्यमयी मौत से जुड़े सवाल
- बीमा पॉलिसी का नामिनी: गीता के नाम पर एक करोड़ रुपये की बीमा पॉलिसी है, जिसका नामिनी उसका लिव-इन पार्टनर है।
- हत्या का संदेह: परिजनों का आरोप है कि गीता की मौत एक योजनाबद्ध हत्या है, जिसे एक्सीडेंट का रूप दिया गया।
- लिव-इन पार्टनर का बयान: वह घटना के समय रायबरेली में होने का दावा कर रहा है, लेकिन उसकी संलिप्तता पर शक जताया जा रहा है।
- सीसीटीवी फुटेज: पुलिस आसपास के सीसीटीवी फुटेज खंगाल रही है ताकि घटना के समय की सच्चाई का पता लगाया जा सके।
पुलिस ने गीता के शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है और घटनास्थल के सबूत जुटाने में लगी है। इंस्पेक्टर ने बताया कि मामले की गहराई से जांच की जा रही है।
- घटनाक्रम पर एक नजर
- घटना की तारीख: गुरुवार रात (17 जनवरी 2025)
- घटना का स्थान: डिफेंस स्पो मैदान, पीजीआई क्षेत्र, लखनऊ
- शव मिलने का समय: शुक्रवार तड़के
- मामले की सूचना: लिव-इन पार्टनर ने गीता के भाई को दी
- परिजनों का बयान: ‘हत्या कर एक्सीडेंट का रूप दिया गया’
- गीता के भाई लालचंद का कहना है कि उसकी बहन का शरीर काला पड़ गया है और चेहरे पर चोट के गहरे निशान हैं। परिजनों को शक है कि पहले गीता की पिटाई की गई और फिर उसकी हत्या कर शव को सड़क पर फेंक दिया गया।
इस मामले ने लिव-इन रिलेशनशिप में बढ़ते विवादों और अपराधों को लेकर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं। विशेषज्ञों का मानना है कि ऐसे रिश्तों में पारदर्शिता और सुरक्षा का अभाव कई बार घातक साबित हो सकता है।
वरिष्ठ अधिवक्ता सुनील त्रिपाठी का कहना है, “यदि बीमा का नामिनी कोई लिव-इन पार्टनर है और घटना संदिग्ध परिस्थितियों में हुई है, तो इसकी गहराई से जांच की जानी चाहिए।”