पुराने डीपीआर में वाराणसी मेट्रो की पहली लाइन 19.35 किलोमीटर की थी जिसमें 17 स्टेशन थे जबकि दूसरी लाइन 9.8 किलोमीटर की थी जिसमें 9 स्टेशन प्रस्तावित थे। जानकारी के मुताबिक़ मेट्रो मैन ने वाराणसी मेट्रो के इन कॉरिडोर की लम्बाई कम करने को कहा गया है। दोनों लाइन को मिलाकर लगभग 31 किलोमीटर का रुट निर्धारित किया गया था जो कि अब नए डीपीआर में 26 किलोमीटर के आसपास लाया जाएगा।
पुराने डीपीआर में सक्रिय गली और ऐतिहासिक इमारतों के चलते कई जगह अंडरग्राउंड रुट प्रस्तावित था। पहली लाइन पर बीएचयू से भोजूबीर (13 स्टेशन) तक अंडरग्राउंड और दूसरी लाइन पर बेनिया से जलालीपुरा (4 स्टेशन ) तक अंडरग्राउंड प्रस्तावित था। जानकारों का मानना है कि राज्य सरकार की ओर से प्रोजेक्ट कॉस्ट घटाने की बात कही गयी थी जिसके बाद अब इन 17 स्टेशनों में से अधिकतर को एलिवेटेड करने को कहा गया है। सूत्रों का कहना है कि स्पष्ट निर्देश हैं कि कम से कम हिस्सा अंडरग्राउंड रखा जाए।