कब हुआ हादसा
यह दुर्घटना तब हुई, जब हाईवे पर फंसे वाहन निकालने की कोशिश हुई। कुछ गाड़ियों को निकाला गया तभी रामवन इलाके के डिगडोल (खूनी नाला) के पास अचानक पहाड़ों से पत्थर गिरने लगे। इस बीच सीआरपीएफ डीआईजी के वाहन (स्कॉर्पियो नंबर जेके01 एबी 4017) पर मलबा गिर गया। हादसे में गाड़ी पूरी तरह से क्षतिग्रस्त हो गई। सूचना पर पहुंची सेना, सीआरपीएफ और पुलिस ने ऑपरेशन चलाकर मलबा हटवाकर अंदर फंसे लोगों को बाहर निकाला गया लेकिन तब तक काफी देर हो चुकी थी। मलबे में दबने से डीआईजी ऑपरेशन और उनके चालक की मौत हो गई। सोमवार को पोस्टमार्टम के बाद डीआईजी का शव परिवारीजनों के सुपुर्द किया गया। रविवार शाम हुए हादसे में उनके साथ उनके ड्राइवर विनय कुमार की भी मौत हो गई थी। सूत्रों का कहना है कि डीआईजी किसी कोर्स की ट्रेनिंग में गए हुए थे। रविवार को उन्हें फ्लाइट से लौटना था। इसके लिए उन्होंने बोर्डिंग पास तक निकाल लिया था। अंतत: उन्होंने सड़क मार्ग से चलने का फैसला किया।