scriptगड़बड़ी करने वाले अधिकारी नपेंगे… डैमेज कंट्रोल में जुटे सीएम योगी ने दिखाए तेवर, डिप्टी सीएम क्यों नाराज? | Deputy CM Keshav Maurya and Brijesh Pathak missing from meeting CM Yogi showed his attitude in Lucknow MLA Meeting | Patrika News
लखनऊ

गड़बड़ी करने वाले अधिकारी नपेंगे… डैमेज कंट्रोल में जुटे सीएम योगी ने दिखाए तेवर, डिप्टी सीएम क्यों नाराज?

Lucknow MLA Meeting: उत्तर प्रदेश भाजपा में इस समय बड़ी उथल-पुथल है। सीएम योगी लोकसभा में मिली हार की समीक्षा कर रहे हैं। सबके बीच जो सबसे ज्यादा हैरान करने वाली बात है। वो ये कि सीएम योगी से दोनों डिप्टी सीएम दूरी बना रहे हैं। अब सवाल ये उठता है कि आखिर इसके कारण क्या हैं?

लखनऊJul 26, 2024 / 02:29 pm

Vishnu Bajpai

Lucknow MLA Meeting: गड़बड़ी करने वाले अधिकारी नपेंगे... डैमेज कंट्रोल में जुटे सीएम योगी ने दिखाए तेवर, डिप्टी सीएम क्यों नाराज?

गड़बड़ी करने वाले अधिकारी नपेंगे… डैमेज कंट्रोल में जुटे सीएम योगी ने दिखाए तेवर, डिप्टी सीएम क्यों नाराज?

Lucknow MLA Meeting: उत्तर प्रदेश भाजपा में चल रही बड़ी उथल-पुथल से यूपी की सियासत गरमा गई है। इन दिनों लखनऊ में सीएम योगी लोकसभा में मिली हार की विधानसभावार समीक्षा कर रहे हैं। इस दौरान कई विधायकों ने अधिकारियों की शिकायतें की। इसपर सीएम योगी ने कार्रवाई का आश्वासन दिया। हालांकि इन बैठकों में सबसे हैरान करने वाली जो बात सामने आ रही है। वो ये कि सीएम योगी की बैठकों से दोनों डिप्टी सीएम दूरी बना रहे हैं।
एक ओर डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य सीएम की बैठक में शामिल नहीं हो रहे हैं। जबकि दूसरी ओर वह प्रदेश के कार्यकर्ताओं से मुलाकात कर उनकी नब्ज टटोल रहे हैं। इससे इतना तो साफ हो रहा है कि यूपी बीजेपी में कुछ न कुछ खिचड़ी पक रही है। मीडिया रिपोर्ट की मानें तो इसको लेकर सीएम योगी, दोनों डिप्टी सीएम और प्रदेश संगठन को दिल्‍ंली भी बुलाया गया है। माना जा रहा है पार्टी में अंदरखाने चल रही उठापटक को लेकर दिल्ली में आलाकमान से चर्चा हो सकती है।

गुरुवार को प्रयागराज मंडल की बैठक में क्या हुआ?

प्रदेश की राजधानी लखनऊ में गुरुवार को सीएम ने प्रयागराज मंडल के कार्यकर्ताओं के साथ बैठक की। इसमें उन्होंने विधायकों से पूछा कि आपकी विधानसभा में पार्टी के वोट क्यों घटे? इसके क्या कारण रहे? इन कारणों को आगे कैसे दूर करेंगे? यदि नहीं किया तो अगला चुनाव कैसे जीतेंगे। उन्होंने कहा कि यदि अधिकारी गड़बड़ी करें तो उसकी शिकायत करें। शिकायत सही होगी तो तत्काल कार्रवाई की जाएगी। इस दौरान मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने मेरठ मंडल की भी बैठक की। उसमें भी कमोबेश यही सवाल पूछे गए और आगे की रणनीति पर मंथन किया गया।

गड़बड़ी करने वाली अधिकारियों को बख्शा नहीं जाएगा

मुख्यमंत्री योगी ने सबसे पहले विधायकों से लोकसभा चुनाव के दौरान उनकी विधानसभा में पार्टी को मिले वोटों पर चर्चा की। इनकी तुलना 2022 में उन विधायकों को मिले वोटों से की गई। मेरठ लोकसभा क्षेत्र के तहत आने वाली सीटों पर कहा गया कि दलित वोट सपा प्रत्याशी को शिफ्ट हो जाने के चलते पार्टी प्रत्याशी अरुण गोविल का चुनाव फंसा। जीत भी बहुत कम अंतर से हो सकी। मुख्यमंत्री ने कहा कि जनता के बीच ज्यादा से ज्यादा रहें।
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ऐसा न करने वाले प्रत्याशी ही चुनाव हारे हैं। उन्होंने जनता के साथ ही कार्यकर्ताओं से बेहतर समन्वय बनाने को भी कहा। कई विधायकों ने अधिकारियों की मनमानी और भ्रष्टाचार का मुद्दा उठाया। कहा कि अधिकारियों के संरक्षण में अवैध कॉलोनियां विकसित हो रही हैं। मुख्यमंत्री ने स्पष्ट कहा कि प्रमाण सहित शिकायत कीजिए, तत्काल कार्रवाई की जाएगी। गड़बड़ी करने वाले किसी अधिकारी को बख्शा नहीं जाएगा।

मुख्यमंत्री की बैठक में नहीं गए केशव

लखनऊ में गुरुवार को आयोजित प्रयागराज मंडल की बैठक में डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य शामिल नहीं हुए। इसके बाद यूपी की सियासी गलियारों में चर्चा का बाजार गरमा गया। इस बैठक में नंद गोपाल गुप्ता नंदी समेत कई वरिष्ठ नेता शामिल हुए, लेकिन केशव लखनऊ में अपने आवास पर पार्टी के नेताओं से मुलाकात करते रहे और बैठक से दूरी बनाए रखी। दूसरी ओर इस समीक्षा बैठक में शामिल न हो पाने वाले नेताओं ने बाद में मुख्यमंत्री से मुलाकात की। इस दौरान अधिकांश विधायकों ने अधिकारियों की शिकायतें मुख्यमंत्री के साथ वन टू वन मीटिंग में की, लेकिन ज्यादातर लोगों ने चुप्पी साधे रखी।

उपचुनाव 2024 की तैयारियों में जुटे हैं सीएम योगी

लोकसभा चुनाव की समीक्षा के सहारे सीएम योगी ताबड़तोड़ बैठकों को यूपी की 10 विधानसभा सीटों पर होने वाले उपचुनाव से जोड़कर भी देखा जा रहा है। माना जा रहा है कि 10 विधानसभा सीटों पर उप चुनाव होने जा रहे हैं। ऐसे में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने खुद मोर्चा संभाल लिया है।
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वे न सिर्फ तैयारियों की जानकारी ले रहे हैं, बल्कि समीक्षा बैठक में विधायकों के मनोभाव और प्रस्तावों पर शीर्ष नेतृत्व से चर्चा कर सकते हैं। इसके तहत आज यानी शुक्रवार को लखनऊ मंडल की समीक्षा बैठक चल रही है। बताया जा रहा है कि इसमें डिप्टी सीएम बृजेश पाठक नहीं शामिल होंगे।

सीएम योगी, डिप्टी सीएम और संगठन के नेता आज दिल्ली जाएंगे

पिछले एक सप्ताह से यूपी बीजेपी में चल रही उठापटक के बीच शुक्रवार शाम को सीएम योगी आदित्यनाथ, डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य और बृजेश पाठक दिल्ली रवाना हो रहे हैं। सरकार के साथ यूपी बीजेपी का संगठन भी दिल्ली में मौजूद रहेगा। प्रदेश अध्यक्ष भूपेंद्र चौधरी और संगठन महामंत्री धर्मपाल सिंह भी राष्ट्रीय राजधानी पहुंचेंगे। सीएम योगी दिल्ली में नीति आयोग की गवर्निंग काउंसिल की बैठक में हिस्सा लेंगे। इसमें बजट और उत्तर प्रदेश के विकास पर चर्चा करेंगे। कहा जा रहा है कि यूपी बीजेपी के नेता केंद्रीय नेतृत्व से भी मुलाकात कर सकते हैं।

दो दिन दिल्ली में रहेंगे यूपी बीजेपी नेता

सीएम और दोनों डिप्टी सीएम 27 और 28 को दिल्ली में ही रहेंगे। माना जा रहा है कि वे नीति आयोग की बैठक के साथ बीजेपी के वरिष्ठ नेताओं से भी मुलाकात कर सकते हैं। सीएम योगी आदित्यनाथ की प्रधानमंत्री मोदी से मुलाकात हो सकती है। इसी के चलते दिल्ली जाने से पहले सीएम योगी ने यूपी में ताबड़तोड़ बैठकें की हैं। इसमें काफी होमवर्क किया गया है। अब तक सीएम योगी 100 से ज्यादा विधायकों से मिल चुके हैं। सहयोगी दलों के मंत्रियों से भी बातचीत की है। ऐसे में माना जा रहा है कि जब सीएम योगी पीएम मोदी से मिलेंगे तो यूपी के राजनीतिक हालात पर भी मंथन होगा।

डिप्टी सीएम केशव प्रसाद से भी मिले सहयोगी दलों के नेता

यूपी में सीएम योगी की बैठकों के बीच डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य से भी भाजपा के सहयोगी दलों के नेता मुलाकात कर रहे हैं। इनमें ओमप्रकाश राजभर और संजय निषाद का नाम अहम है। प्रदेश का सियासी तापमान तब ज्यादा बढ़ा। जब आजमगढ़ मंडल की बैठक में ओमप्रकाश राजभर शामिल नहीं हुए। जबकि उसी शाम उन्होंने डिप्टी सीएम केशव मौर्य से मुलाकात की। इसकी फोटो केशव मौर्य की टीम ने सोशल मीडिया पर शेयर की। अगले दिन संजय निषाद भी केशव मौर्य से मिलने पहुंच गए। ऐसे में यह मैसेज निकलने लगा कि यूपी बीजेपी में ओबीसी धड़ा अलग तरीके से सोच रहा है और काम कर रहा है।

यूपी के झटके के बाद अब बीजेपी ने बनाया नया प्लान

जानकारों की मानें तो उत्तर प्रदेश में लोकसभा चुनाव के दौरान भाजपा को झटका मिलने के बाद पूरा संगठन नए प्लान पर काम कर रहा है। इसके तहत भाजपा ने यूपी में पिछड़ा वर्ग को साधने की कोशिशें एक बार फिर तेज की हैं। इसके तहत पार्टी जल्द ही ओबीसी नेताओं के साथ बड़ी बैठक करने जा रही है।
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इस बैठक में ओबीसी नेताओं से चर्चा की जाएगी। यूपी सरकार में मंत्री और राज्य ओबीसी मोर्चा के अध्यक्ष नरेंद्र कश्यप ने कहा कि ओबीसी समाज को एक साथ लाया जाएगा और उनकी नाराजगी की वजह भी जानी जाएगी। कश्यप ने यह भी कहा कि संगठन, सरकार से बड़ा है।

29 जुलाई को ओबीसी कार्यसमिति की बैठक करेंगे सीएम योगी

बीजेपी नेता नरेंद्र कश्यप का कहना था कि संगठन, सरकार से बड़ा है। अब बीजेपी 29 जुलाई को ओबीसी कार्य समिति की बैठक करने वाली है। इसमें सीएम योगी के साथ डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य और बृजेश पाठक समेत बीजेपी के बड़े नेताओं के शामिल होने की चर्चा है। बैठक का एजेंडा यही है कि कैसे ओबीसी वोट बैंक को बनाए रखा जाए और अगर नाराजगी की वजह से ओबीसी कहीं और शिफ्ट हुए हैं तो उन्हें कैसे वापस लाया जाए।

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