1350 रुपए हुआ डीएपी इंडियन फारमर्स फर्टिलाइजर कोआपरेटिव लिमिटेड यानी इफको ने डीएपी के दामों में पहली अप्रैल से बढ़ोतरी की है। किसानों को 50 किलोग्राम का पैकेट पहले 1200 रुपए में मिल रहा था, अब उन्हें इसी खाद पैकेट को खरीदने के लिए 1350 रुपए भुगतान करना होगा।
खेती की लागत और बढ़ेगी खेती में सबसे अधिक किसान डीएपी खाद का उपयोग करता है। डीएपी के दाम बढ़ने से अब खेती की लागत और बढ़ जाएगी। और जिससे महंगाई भी बढ़ेगी। इफको ने पहले भी खाद के दामों में बढ़ोतरी की थी पर सरकार अलर्ट थी तो किसानहित में सब्सिडी बढ़ा दी। जिस वजह से किसानों पर इसका असर नहीं पड़ा था।
प्रिंट दर पर डीएपी बेचें दुकानदार खाद के नोडल अधिकारी अनिल कुमार पाठक ने बताया कि, यूपी में डीएपी का करीब दो लाख टन पिछला स्टाक उपलब्ध है। उसे 1200 रुपए में ही बिक्री करने का निर्देश दिए गए हैं। जबकि इधर पहुंच रही खाद की बोरियों पर 1350 रुपए प्रिंट किया गया है। किसानों को प्रिंट दर पर ही खाद बेची जाए। नहीं तो सख्त कार्रवाई होगी।
यूरिया की कीमत बढ़ी पांच किलो मालभी हुआ कम खेती में प्रयोग होने वाला एक अहम वस्तु यूरिया की कीमत भी बढ़ी, और साथ ही बैग में पांच किलो माल भी कम हो गया है। अब 50 किलो के यूरिया बैग में 45 किलो खाद आएगा। वहीं, यूरिया का 45 किलो का बैग 267 रुपए में मिलेगा, जबकि एनपीके खाद की कीमतें कंपनी व मिश्रण के अनुपात के हिसाब से अलग-अलग हैं।
जायद का सीजन शुरू अब जायद फसल मूंग, उड़द, मक्का इत्यादि दलहन की फसलों की बुआई का सीजन शुरू हो गया है। किसानों को डीएपी नई रेट पर खरीदना पड़ेगा। जुलाई में धान व बाजरा की बुआई के लिए खरीफ फसल में डीएपी का इस्तेमाल होता है।