ये भी पढ़ें- यूपीः कोरोना से 265 की मौत, नीति आयोग का अनुमान 15 मई तक यूपी बनेगा हॉटस्पॉट, भाजपा सांसदों को सीएम को पत्र रिपोर्ट के अनुसार, यह आइडिया डीएम अभिषेक प्रकाश के होम आईसोलेशन के दौरान जिम्मेदारी संभालने वालीं रोशन जैकब का था। उन्होंने देखा कि ऑन ग्राउंड स्टाफ की कमी के कारण मरीजों को मेडिकल किट की डिलीवरी नहीं हो पा रही थी। नतीजतन, उन्होंने फ्लिपकार्ट से संपर्क कर इन किट्स को फ्री में मरीजों तक डेलीवर करने का निर्णय लिया। निर्देशों के अनुसार, प्रत्येक किट में कोरोनोवायरस उपचार के लिए एक सप्ताह की निर्धारित दवाएं हैं जिन्हें रोगियों को तत्काल प्रदान की जाती है।
ये भी पढ़ें- कोरोनाः मरीजों को लूट रहे कोविड अस्पताल, एंबुलेंस चालक ने भी की अवैध वसूली 15 डिलीवरी एक्जीक्यूटिव्स को 1125 घरों की दी गई जिम्मेदारी- वर्तमान में, लगभग 15 डिलीवरी एक्जीक्यूटिव हैं, जिन्हें लखनऊ में लगभग 1125 घरों में डिलीवरी की जिम्मेदारी दी गई है। आने वाले दिनों में इस अभियान में तेजी लाने के लिए लगभग 40 टीमों का गठन किया जाएगा। इससे आगे चलकर चिकित्सा किटों के परिवहन और वितरण के दायरे का विस्तार होगा, जिससे समय पर घर में आईसोलेटेग रोगियों पर ठीक से ध्यान दिया जा सकेगा।
इसके अतिरिक्त, सरकार के एक प्रवक्ता का कहना है कि मुख्यमंत्री की हेल्पलाइन के जरिए घर में रहने वाले मरीजों के साथ नियमित संपर्क बनाए रखा जाएगा और इस काम में एकीकृत कमांड एंड कंट्रोल सेंटर्स को भी शामिल किया जाएगा। वे दिन में एक बार मरीजों से बात करेंगे और उनके स्वास्थ्य का अपडेट मांगेंगे। यदि आवश्यक हो, तभी मरीजों को अस्पताल में भर्ती होने की सलाह दी जाएगी।