ये भी पढ़ें- Patrika Positivity: 96 साल की दादी ने दी कोरोना को मात, ऑक्सीजन लेवेल पहुंच गया था 89 स्वास्थ्य व्यवस्थाएं अब जोर पकड़ने लगी हैं। मंगलवार को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने रक्षा मंत्री व लखनऊ सांसद राजनाथ सिंह के साथ मिलकर लखनऊ में डीआरडीओ और एचएएल द्वारा बनाए गए 250 बेड वाले कोविड अस्पताल का उद्घाटन किया। विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) ने भी उत्तर प्रदेश की योगी आदित्यनाथ सरकार के ट्रेस, टेस्ट तथा ट्रीट के फार्मूला पर काम करने के प्रयास की काफी सराहना की है।
ये भी पढ़ें- कोरोना पॉजिटिव आजम खां का बिगड़ा स्वास्थ्य, आनन-फानन में लखनऊ के अस्पताल में किए गए भर्ती यूं घटे एक्टिव केस- तीस अप्रैल को अपने चरम पर पहुंचने के बाद नए मामलों में कमी के साथ एक्विट मामलों में कमी देखने को मिल रही है। बीते दस दिनों का ग्राफ देखें तो एक मई को प्रदेश में 3 लाख दस हजार एक्टिव मामले थे। दो मई को सक्रिय मामलों की संख्या 295752 हुई। तीन दिन बाद पांच मई को 262474, छह मई को 2,59,844, सात मई को 2,54,118, आठ मई को 245646, नौ मई को 233981, दस मई को 2,25,271 और 11 मई को प्रदेश भर में 2,16,057 सक्रिय केस रह गए हैं।
ये भी पढ़ें- कोरोनाकाल में करप्शन के खूब आए मामले, अस्पताल व एंबुलेंस चालकों ने तो की हद पार शवदाह गृहों में घटने लगी आने वाले शवों की संख्या-कोरोना महामारी के दौरान सबसे भयावह तस्वीरें शवदाह गृहों से सामने आई थी। लखनऊ की बात करें, तो अप्रैल माह में एक वक्त ऐसा भी आ गया जब प्रतिदिन 175 शव को लाया जाने लगा। 23 अप्रैल को तो भैंसा कुंड और गुलाला घाट पर कोरोना संक्रमित शवों के पहुंचने की संख्या 175 तक पहुंच गई, जबकि 22, 24 और 27 अप्रैल को 150 का आंकड़ा पार हो गया था। दिन रात यहां से उठती लपटें ने सभी को झकझोर कर रख दिया। अब मई में स्थिति में कुछ सुधार हो रहा है। चार मई से यह संख्या घटकर एक तिहाई तक पहुंच गई है, जिससे शवदाह गृहों पर नजारे कुछ बदले हैं। केवल भैंसा कुंड श्मशान घाट की बात करें, यहां छह मई को 28, सात मई को 34, आठ मई को 32 व नौ मई को 26 शवों का अंतिम संस्कार किया गया। अप्रैल में यहां हर दिन 35 से 40 कोविड शव पहुंचते थे।