गड़बड़ी करने वालों के खिलाफ कार्रवाई मुख्यमंत्री योगी के आदेश पर माध्यमिक, उच्च और बेसिक शिक्षा विभाग के साथ ही समाज कल्याण विभाग के विद्यालयों और कस्तूरबा गांधी आवासीय बालिका विद्यालयों में कार्यरत सभी शिक्षकों के दस्तावेजों की जांच होगी। जांच में गड़बड़ी पाए जाने वाले शिक्षकों और इसमें उनका साथ देने वालों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।
गौरतलब है कि प्रदेश में अनामिका शुक्ला का प्रकरण चर्चा में रहा है। इस गुत्थी को सुलझाने में लगी पुलिस के सामने धीरे-धीरे नए किस्से सामने आ रहे हैं। अनामिका शुक्ला के नाम पर प्रदेश के 25 विद्यालयों में फर्जी तरीके से नौकरी करने वालों का चेहरा एक-एक कर उजागर हो रहा है। एक ही नाम से, एक ही डॉक्यूमेंट के सहारे 13 महीने से 25 स्कूलों में नौकरी कर फर्जीवाड़ा करने वालों ने सरकार को लगभग एक करोड़ रुपये की चपत लगाई थी।
20 साल से अधिक समय से सेवारत इस मामले में तब नया मोड़ आ गया था, जब असली अनामिका शुक्ला बेसिक शिक्षा अधिकारी के कार्यालय पहुंच गई और खुद के अब तक बेरोजगार होने की जानकारी दी। इस प्रकरण के अलावा एसटीएफ ने भी कई जिलों के बेसिक शिक्षा अधिकारियों को पत्र लिखकर कई शिक्षकों के प्रमाण पत्र में अंक बढ़ाने के लिए हेर-फेर की जानकारी देकर एफआईआर कराने को कहा था। इनमें से कई 20 साल से अधिक समय से सेवारत हैं।