टीम में विस्तार दो दशक से भी अधिक समय से सत्ता से बाहर कांग्रेस अपने पुराने वजूद को पाने की कोशिश कर रही है। कांग्रेस में बदलाव की मांग भी काफी समय से थी। पार्टी के बड़े नेताओं ने अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी को पत्र लिखकर कांग्रेस में बदलाव लाने की मांग की थी। यूपी में भी कांग्रेस की कमजोर पकड़ को मजबूत करने के लिए टीम में जरूरी बदलाव की जरूरत महसूस की गई थी। देश के सबसे पुराने राजनीतिक दल की छवि का लगातार गिरना भी चिंता का विषय है। इसी को देखते हुए प्रदेश इकाई में कुछ बदलाव किए गए हैं। अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी के संगठन महासचिव केसी वेणुगोपाल की ओर से उत्तर प्रदेश के तीन नए पदाधिकारियों की घोषणा की गई है। इनमें लखीमपुर खीरी सैफ अली नकवी को प्रदेश महासचिव और ज्ञानेश शुक्ला व अभिमन्यु सिंह को सचिव बनाया गया है। सैफ अली नकवी और कांग्रेस के टिकट पर विधानसभा चुनाव भी लड़ चुके हैं। वर्तमान में वह प्रदेश इकाई में सचिव के साथ गोंडा व बहराइच के प्रभारी की जिम्मेदारी संभाल रहे थे। अब उनका कद बढ़ा दिया गया है।
इसी तरह सचिव बनाए गए अभिमन्यु सिंह संगठन के पुराने अनुभवी हैं। फतेहपुर निवासी अभिमन्यु 2019 के लोकसभा चुनाव में टिकट के मजबूत दावेदार थे, लेकिन सपा छोड़कर कांग्रेस में आए पूर्व सांसद राकेश सचान टिकट पा गए थे। इसी तरह बाराबंकी निवासी ज्ञानेश शुक्ला कांग्रेस के उपाध्यक्ष रह चुके हैं। अब उन्हें मुख्य संगठन में सचिव बनाकर उनका सम्मान बढ़ाया गया है।
भगवा साड़ी और माथे पर तिलक लगाए प्रियंका का तस्वीर प्रदेश में अपनी जमीन तलाश रही कांग्रेस अब बीजेपी को टक्कर देने के लिए भगवा रंग का इस्तेमाल भी बढ़ चढ़ कर रही है। कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी की भगवा साड़ी और माथे पर तिलक लगाए तस्वीर सामने आई है। यह तस्वीर कांग्रेस पार्टी के राज्य मुख्यालय पर लगाई गई है। तस्वीर में प्रियंका को हिंदू मतदाताओं को लुभाने वाले गेटअप में पेश किया गया है। हालांकि, इस पर कांग्रेस प्रवक्ता सुरेंद्र राजपूत का कहना है कि प्रियंका की तस्वीर को चुनाव से जोड़ना सही नहीं है। कांग्रेस ने न कभी जाति और धर्म की राजनीति की है न कभी करेगी। उन्होंने कहा कि 2022 में प्रियंका की जो तस्वीर लोगों के बीच जाएगी वो हाथरस पीड़िता के लिए सड़क का संघर्ष और सोनभद्र के उम्भा के नरसंघार पीड़ितों के लिए किए गए संघर्ष की तस्वीर होगी।