सीबीआई करेगी उन्नाव गैंगरेप पीड़ित के साथ हुए हादसे की जांच, योगी सरकार की सिफारिश को केंद्र की मंजूरी
सीबीआई ने दर्ज की एफआईआर सीबीआइ (CBI) ने लखनऊ (Lucknow) में दर्ज किये गये मुकदमे में पुलिस द्वारा रायबरेली (Raebareli) के गुरुबख्शगंज थाने (Gurubakshganj Thana) में दर्ज हत्या के मुकदमे को आधार बनाया है। रायबरेली के गुरुबख्शगंज थाने में भाजपा विधायक कुलदीप सिंह सेंगर (BJP MLA Kuldeep Singh Sengar) समेत 10 नामजद और 15-20 अज्ञात के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया था। यह एफआइआर सोमवार को रायबरेली जेल में बंद पीड़ित किशोरी के चाचा की तहरीर पर दर्ज की गई थी। पुलिस ने इस मामले में 302 (हत्या), 307 (जानलेवा हमला), 506 (जान से मारने की धमकी) और 120-बी (आपराधिक षड्यंत्र) धाराओं में मुकदमा दर्ज किया था। सीबीआई ने इसी मुकदमे को आधार बनाया है। रायबरेली जेल में बंद पीड़ित किशोरी के चाचा की कारागार अधीक्षक (Raebareli Jail Superintendent) के जरिये दी गई तहरीर का आधार पर पुलिस ने मुकदमा दर्ज किया था। इस मुकदमे में बांगरमऊ (उन्नाव) से भाजपा विधायक कुलदीप सेंगर के अलावा उसके भाई मनोज सिंह सेंगर (Manoj Singh Sengar), विनोद मिश्र, हरिपाल सिंह, नवीन सिंह, कोमल सिंह, अरुण सिंह, ज्ञानेंद्र सिंह, रिंकू सिंह और अधिवक्ता अवधेश सिंह आरोपित हैं।
सीबीआई ने दर्ज किये अबतक पांच केस सीबीआई माखी दुष्कर्म कांड (Makhi Gangrape Case) में अब तक पांच केस दर्ज कर चुकी है। इनमें पीड़ित किशोरी से सामूहिक दुष्कर्म (Gangrape), पॉक्सो एक्ट (POCSO ACT), पीड़ित के पिता को पीटने और झूठे मुकदमे में फंसाकर जेल भेजने के मामले भी शामिल हैं। सीबीआइ (CBI) इनमें तीन केस में आरोपपत्र (Chargesheet) भी दाखिल कर चुकी है। सामूहिक दुष्कर्म के केस में आरोपपत्र (Unnao Gangrape Case Chargesheet) अभी दाखिल नहीं किया गया है। अब सीबीआइ (CBI) ने माखी दुष्कर्म कांड की पीड़ित (Unnao Gang Rape Victim Accident) के साथ रायबरेली में हुई दुर्घटना मामले में भी केस दर्ज किया है। सीबीआइ ने आरोपित विधायक कुलदीप सिंह सेंगर (Kuldeep Singh Sengar) को 13 अप्रैल, 2018 को गिरफ्तार किया था, जिसके बाद से वह सीतापुर जेल में है।