उन्होंने महिला सुरक्षा को लेकर राजनीति करने वालों को भी आड़े हाथों लिया। उन्होंने कहा, “देशभर में महिलाओं के साथ दिल दहला देने वाली बढ़ती घटनाओं को लेकर आरोप- प्रत्यारोप की संकीर्ण राजनीति करना दुखद है।”
महिला सुरक्षा को लेकर राजनीति नहीं होनी चाहिए: मायावती
बसपा प्रमुख ने अपने पोस्ट में इस बात पर जोर दिया कि महिला सुरक्षा को लेकर राजनीति नहीं होनी चाहिए, बल्कि हमें ऐसे संवेदनशील मसलों पर आत्मचिंतन करना चाहिए। साथ ही इस बात पर भी बल देना चाहिए कि कैसे महिलाओं के साथ हो रहे दुर्व्यवहार को समाज से खत्म किया जाए।
महिला सुरक्षा को लेकर पुलिस और प्रशासन पर भी खड़ा किया सवाल
इसके अलावा, उन्होंने अपने पोस्ट में महिला सुरक्षा को लेकर पुलिस और प्रशासन की कार्यशैली पर भी सवाल उठाए। उन्होंने कहा कि महिला सुरक्षा के संबंध में कोई भी मामला प्रकाश में आने के बाद इसमें संलिप्त आरोपियों के खिलाफ पुलिस और प्रशासन को सख्त कार्रवाई करनी चाहिए।
मायावती ने सरकारों की नीयत नीतियों पर उठाए सवाल
मायावती ने अपने पहले पोस्ट में कहा, “यूपी, बंगाल, ओडिशा, कर्नाटक समेत देश भर में महिलाओं के साथ दिल दहला देने वाली बढ़ती घटनाओं को लेकर आरोप- प्रत्यारोप की संकीर्ण राजनीति करना अति-दुखद, जबकि यह समय गंभीर चिंतन का है कि महिला सुरक्षा एवं सम्मान को लेकर सरकारों की नीयत और नीति में अत्यधिक खोट तो नहीं?” उन्होंने अपने दूसरे पोस्ट में कहा, “एक के बाद एक हो रहे ऐसे जघन्य अपराधों में प्रथमदृष्टया सरकार की लापरवाही एवं पुलिस की संलिप्तता स्थिति को और भी अधिक गंभीर बना रही है, जिसे त्याग कर सभी को निष्पक्ष व गंभीर होना बहुत जरूरी, ताकि ऐसे जघन्य अपराधों से होने वाली बदनामी से प्रदेश व देश को बचाया जा सके।”