ये भी पढ़ें- यूपी मंत्री चेतन चौहान का कोरोना संक्रमण के कारण हुआ निधन बिना रिपोर्ट के ही बता दिया पॉजिटिव- दरअसल 15 अगस्त को प्रयागराज में रीता बहुगुणा जोशी के पति पूरन चन्द्र जोशी की रैपिड एंटीजेन टेस्ट और आरटीपीसीआर जांच की गई थी। रैपिड टेस्ट की रिपोर्ट तो नेगेटिव आई और आरटीपीसीआर टेस्ट की रिपोर्ट अभी नहीं आई। यहां तक सब कुछ ठीक था, लेकिन इस बीच स्वास्थ्य विभाग की ओर प्रयागराज में पॉजिटिव पाए गए लोगों की सूची में सीरियल नम्बर 98 पर जोशी का नाम दर्ज था। इससे उनके परिवार में हड़कंप मच गया। रीता बहुगुणा जोशी ने तो पति के दिल्ली में इलाज कराने के लिए एंबुलेंस भी बुक कर ली थी। लेकिन रविवार को जब इसकी जांच की गई तो स्वास्थ्य विभाग ने क्लेरिकल एरर बताकर अपनी गलती मानी। इस पर सांसद बेहद नाराज हुई।
ये भी पढ़ें- यूपी में 4,454 और हुए कोरोना संक्रमित, सीएम योगी ने वैक्सीन को लेकर कही यह बात इस मामले पर सीएमओ को आगे आना पड़ा। प्रयागराज के सीएमओ डा जीएस बाजपेई ने कहा कि यह मानवीय भूल थी। जिसे सुधार लिया गया है और परिवार को सही जानकारी आज दे दी गई है। यहां सवाल यह है कि जब सांसद के परिवार के मामले में ही स्वास्थ्य विभाग द्वारा ऐसी लापरवाही बरती जा रही है, तो आम जनता का क्या होगा।