नगर निगम से बनवाने पड़ते हैं जन्म-मृत्यु प्रमाण पत्र
दरअसल, आमतौर पर जन्म प्रमाण पत्र या मृत्यु प्रमाण पत्र बनवाने के लिए जिले के नगर निगम के चक्कर काटने होते हैं। जांच के बाद नगर निगम से प्रमाण पत्र जारी किया जाता है। ऐसे में लोगों की सहूलियत के लिए सॉफ्टवेयर तैयार होते ही यह राज्य के हर नगर निगम में लागू कर दिया जाएगा।
किसी भी जिले में कर सकेंगे सर्टिफिकेट के लिए आवेदन
मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, यूपी के नगर विकास मंत्री अरविन्द कुमार शर्मा ने बताया कि जैसे असम के रेलवे स्टेशन में जाकर कोई व्यक्ति लखनऊ से कानपुर का ऑफलाइन टिकट बनवाता है, वैसी ही व्यवस्था नगर निगम में शुरू की जाएगी। मंत्री के मुताबिक, हर जिले के नगर निगम में हम एक ऐसी खिड़की खोलेंगे, जहां व्यक्ति किसी दूसरे नगर निगम के जन्म-मृत्यु प्रमाण पत्र के लिए आवेदन कर सकेगा। इसके साथ ही, व्यक्ति को प्रमाण पत्र बनवाने के लिए नगर निगम में जाने कि जरुरत नहीं होगी। 3-4 घंटे में बनेगा सर्टिफिकेट
नगर विकास मंत्री ने बताया कि विभाग सिर्फ आवेदन करने की ही सुविधा नहीं बल्कि प्रमाण पत्र को 3-4 घंटे के अंदर बनाने की सुविधा भी दे रहा है। प्रमाण पत्र का आवेदन करते समय खिड़की में मौजूद कर्मी आवेदक को एक तय समय बताएगा, जो तीन से चार घंटे के बाद का हो सकता है। हालांकि, इसकी जांच बाद में होती रहेगी।