पार्टी के एक पदाधिकारी नदीम अशरफ ने कहा संजय सिंह 3-4 वर्षों से यूपी पर ध्यान केंद्रित कर रहे थे। और चुनावी राजनीति के लिए आवश्यक चीजों को जानते है। लेकिन उनके जेल चले जाने के कारण अब उत्तर प्रदेश में ऐसा कोई पार्टी का नेता नहीं ह। जो इस खाली स्थान को भर सके। इसलिए पार्टी ने अपने कदम वापस खींच लिए।
उन्होंने आगे कहा संजय सिंह के बिना यूपी में चुनाव लड़ना संभव नहीं होगा। अब हमारे कार्यकर्ता या तो पार्टी के लिए प्रचार करने को दिल्ली या पंजाब या अन्य राज्यों में जाएंगे या यहां इंडिया ब्लॉक के प्रत्याशियों के लिए काम करेंगे।
एक अन्य कारण जिसने आप को यूपी में चुनाव लड़ने से पीछे कर दिया। वह यह है कि उत्तर प्रदेश में इंडिया ब्लॉक के मुख्य घटक समाजवादी पार्टी और कांग्रेस ने सीट बंटवारे की बातचीत में आम आदमी पार्टी को शामिल नहीं किया। आप नेता ने कहा चूंकि इंडिया ब्लॉक की दोनों पार्टियों ने यूपी में अपने उम्मीदवारों की घोषणा कर दी है। इसलिए चुनाव लड़ने और विपक्ष को नुकसान पहुंचाने का कोई मतलब नहीं है।