अखिलेश यादव ने कहा कि, भाजपा सरकार वाराणसी आईआईटी, बीएचयू गैंगरेप का विरोध करने वाले 13 छात्र-छात्राओं का निलंबन कर रही है। यह बेहद निंदनीय कदम है। सरकार के शह पर विश्वविद्यालय की तानाशाही बेहद शर्मनाक घटना है।
सरकार से पूछा सवाल
अखिलेश यादव ने सवाल पूछते हुए कहा कि, भाजपा सरकार अपराधियों को बचाने और न्याय के लिए आवाज उठाने वालों को प्रताड़ित करके क्या संदेश देना चाहती है। अखिलेश यादव ने कहा कि ये सभी आरोपी भाजपा के कार्यकर्ता हैं, इसलिए यह सरकार उन्हें बचाने के लिए हर तरह के हथकंडे अपना रही है। प्रदेश में महिलाओं के साथ हो रही अपराध की घटनाओं को लेकर अखिलेश यादव ने योगी सरकार को घेरा। उन्होंने कहा कि, प्रदेश में महिलाओं के साथ अपराध की घटनाएं लगातार देखने को मिल रही हैं। हालात यह हो चुका है कि प्रदेश में बहन-बेटियां सुरक्षित नहीं हैं। मेरा मानना है कि इसके लिए केवल प्रदेश सरकार जिम्मेदार है।
सरकार की कथनी और करनी में फर्क
उन्होंने कहा कि सरकार की कथनी और करनी में हमेशा फर्क देखने को मिला है। इस सरकार में अन्याय की शिकार हो रही, बहन बेटियों की कहीं सुनवाई नहीं हो रही है। कई महिलाएं न्याय न मिलने के कारण लखनऊ में विधान भवन और मुख्यमंत्री आवास के बाहर धरना और आत्मदाह का प्रयास तक कर चुकी हैं। ये बेहद दुर्भाग्यपूर्ण घटना है।
गिनाई सपा की उपलब्धियां
सपा सरकार की उपलब्धियों को गिनाते हुए उन्होंने कहा कि, समाजवादी सरकार के दौरान महिला सुरक्षा को लेकर कई बड़े काम हुए। 1090 सेवा शुरू की गई थी, जो हमारी बहन-बेटियों के लिए सुरक्षा कवच के जैसे था। इससे कोई भी बहन-बेटी अपने साथ होने वाली किसी भी घटना की सूचना फौरन पुलिस को देती थी और तुरंत कार्रवाई होती थी। योगी सरकार ने इस सिस्टम को बर्बाद कर दिया।