घटना का विवरण
यह दर्दनाक हादसा तब हुआ जब बहराइच से दिल्ली जा रही तेज रफ्तार बस किसान पथ पर दुलारमऊ के पास पहुंची। अचानक बस का संतुलन बिगड़ा और वह सड़क किनारे गहरी खाई में पलट गई। दुर्घटना के बाद बस के अंदर चीख-पुकार मच गई, जिससे आसपास के ग्रामीण मौके पर पहुंच गए और घायलों को बचाने में मदद की। पुलिस और एसडीआरएफ की टीम ने भी घटनास्थल पर तेजी से पहुंचकर घायलों को निकाला।
घायलों की स्थिति और मृतका की पहचान
इस हादसे में करीब एक दर्जन यात्री घायल हो गए, जिनमें महिला और बच्चे भी शामिल थे। पुलिस और ग्रामीणों की मदद से घायलों को सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र, गोसाईगंज पहुंचाया गया। डॉक्टरों ने शेमनापुर थाना, बोन्दी, जनपद बहराइच निवासी 60 वर्षीय शाहिबा को मृत घोषित कर दिया। अन्य घायलों में रामा (40), शांति (38), राधा (18), गौरी (7), राज (5) और देवीदीन (55) शामिल हैं। इनमें से तीन लोगों को प्राथमिक उपचार के बाद छुट्टी दे दी गई, जबकि गंभीर रूप से घायल तीन लोगों को सिविल अस्पताल रेफर किया गया। सभी घायल गोंडा जिले के फतेहपुर कर्नलगंज के निवासी हैं। बस चालक की लापरवाही: नशे में चला रहा था वाहन
दुर्घटना में घायल यात्रियों का कहना है कि बस चालक नशे में था और बस को काफी तेज गति से चला रहा था। यात्रियों के मुताबिक, ड्राइवर का लापरवाह रवैया हादसे का मुख्य कारण था। दुर्घटना के बाद, चालक और कंडक्टर मौके से भाग निकले। पुलिस उनकी तलाश में जुटी हुई है।
थाना सीमा विवाद से बचाव कार्य में देरी
घटना स्थल पर गोसाईगंज और सुशांत गोल्फ सिटी थानों की सीमा लगती है, जिसके कारण यह तय करने में काफी समय लगा कि दुर्घटना किस थाना क्षेत्र के अंतर्गत आती है। इसके बावजूद दोनों थानों की पुलिस टीमों ने घटनास्थल पर पहुंचकर बचाव कार्य शुरू किया। एडीसीपी साउथ राजेश यादव, एसीपी गोसाईगंज किरन यादव, उपजिलाधिकारी मोहनलालगंज ब्रजेश कुमार वर्मा और तहसीलदार शशांक उपाध्याय भी मौके पर पहुंचे और स्थिति का जायजा लिया। घटनास्थल पर राहत और बचाव कार्य
एसडीआरएफ की टीम ने दुर्घटना स्थल पर पहुंचकर घायलों को निकालने और उन्हें सुरक्षित स्थानों पर ले जाने का कार्य किया। क्रेन की मदद से पलटी हुई बस को भी खाई से बाहर निकाला गया। पुलिस ने घायलों को समय रहते अस्पताल पहुंचाया, जिससे उनकी जान बचाई जा सकी।
दुर्घटना के बाद स्थिति और प्रशासन का बयान
प्रशासन ने घटना की जांच शुरू कर दी है और घायलों के इलाज के लिए उचित कदम उठाए जा रहे हैं। पुलिस ड्राइवर और कंडक्टर की तलाश कर रही है, ताकि उन्हें गिरफ्तार किया जा सके। प्राथमिक जांच में यह साफ हो चुका है कि ड्राइवर नशे की हालत में था और उसकी लापरवाही ने इस दर्दनाक हादसे को जन्म दिया।