ये भी पढ़ें- एक ही परिवार के सात लोगों ने लोकभवन के सामने किया आत्मदाह का प्रयास, पुलिस प्रशासन में मचा हड़कंप व्यावसायिक शिक्षा एवं कौशल विकास विभाग की मानें, तो अमेरिका में स्थित डिजिटल लर्निंग प्लेटफार्म कोर्सेरा के जरिए प्रदेश के 50 हजार युवाओं को ऑनलाइन ट्रेनिंग दी जाएगी। जिसके बाद उन्हें कोर्सेरा की ओर से सर्टिफ़िकेट भी उपलब्ध कराया जाएगा। इस सर्टिफ़िकेट की विदेश में कई देशों में बड़ी मान्यता है। कोर्स पूरा होने उनके लिए विदेश में नौकरी के कई अवसर खुलेंगे।
ये भी पढ़ें- शस्त्र शौकीनों के लिए खुशखबरी! वेब्ले एंड स्कॉट की ‘मेक इन इंडिया’ रिवॉल्वर की बुकिंग शुरू, इतनी है कीमत आभा ऐप से मिल रही प्रेरणा-युवाओं की स्वावलंबी बनाने की कोशिश में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की सरकर ने एक और प्रयास किया है। इसमें अतंर्गत कौशल विकास विभाग ने आभा एप का निर्माण किया है, जिससे जुड़कर युवा अपने कौशल को निखार सकेंगे। आभा ऐप में विभिन्न तरह के स्वरोजगार से जुड़े वीडियो भी मौजूद है, जिन्हें देखकर युवाओं को अपने हुनर की बारीकियों के साथ अपने काम की बेहतर समझ मिल सकेगी। इससे प्रेरणा पाकर युवा आगे बढ़ेंगे। इसके अतिरिक्त मुख्यमंत्री अप्रेंटिसशिप प्रमोशन स्कीम भी युवाओं को काफी अच्छी लग रही है। इसके जरिए युवाओं को विभिन्न उद्योगों में अप्रेंटिस के रूप में काम करने के लिए प्रतिमाह 1000 रुपये स्टाइपेंड मिल रहा है।
श्रमिकों को दी जा रही ट्रेनिंग- लॉकडाउन के दौरान 38 लाख से अधिक श्रमिक अगल-अलग प्रदेशों से यूपी वापस आए थे। उस दौरान मुख्यमंत्री ने उन्हें उनके कौशल के अनुसार ट्रेन कर आत्मनिर्भर बनाने व उन्हें रोजगार देने की बात कही। रज्यमंत्री व्यावसायिक शिक्षा एवं कौशल विकास कपिल देव अग्रवाल के मुताबिक, श्रमिकों का भी कौशल विकास कार्यक्रम जारी है। श्रमिकों की आजीविका का बंदोबस्त कर उन्हें उनके पैरों पर खड़े करने के प्रदेश सरकार के प्रयास कामयाब हो रहे हैं। उन्होंने बताया कि श्रमिकों को रिकगनाइजेशन ऑफ प्रिरियर लर्निंग आरपीएल के तहत ट्रेनिंग दिए जाने का काम जोरों से चल रहा है।