यूपी स्वास्थ्य विभाग के मुख्य सचिव अमित मोहन ने भी बताया कि बड़ी संख्या में प्रवासियों का आना जारी है। और इनमें से कई लोगों में कोरोना के लक्षण मिले हैं, लेकिन प्रवासियों की स्क्रीनिंग भी लगातार की जाती है। लक्षण मिलने पर 21 दिन के लिए होम क्वारेंटीन किया जाता है। इसके लिए कम्यूनिटी सेंटर्स (ग्राम, मोहल्ला और निगरानी समिति) पर बड़ी जिम्मेदारी है। सभी श्रमिकों को होम क्वारेंटाइन करना बेहद जरूरी है। आशा वर्कर्स द्वारा सर्वेक्षण कराया जा रहा है। अब तक 4,45,812 प्रवासियों की स्क्रीनिंग की गई है। मंगलवार को 117 की रिपोर्ट आई है जिनमें 26 पॉजिटिव हैं। मतलब एक तरह से 22.2 प्रतिशत लोगों में लक्षण पाए गए। ग्राम और मोहल्ला निगकरानी समितियों पर बड़ा दारोमदार है। वे श्रमिकों को होम क्वारेंटीन करना सुनिश्चित करें।