क्या आपका भी डिज्नी प्लस खाता हैक हो गया ऐसे बचाएं डेटा
हाल ही हैकर्स ने गूगल और डिज्नी के सैकड़ों उपयोगकर्ताओं के डिजिटल खातों को हैक कर लिया और अब वे उनकी गोपनीय जानकारियों को महज 3 से 11 डॉलर में बेच रहे हैं। सोशल मीडिया पर उपयोगकर्ताओं ने अपनी शिकायत में कहा कि कुछ साइबर अपराधियों ने हैकर्स की मदद से उनके खातों को हैक कर खातों से उनका नियंत्रण छीन लिया और उनके खातों के उपयोगकर्ता नाम और पासवर्ड तक बदल दिए।
क्या आपका भी डिज्नी प्लस खाता हैक हो गया ऐसे बचाएं डेटा
वहीं डिज्नी की ओर से जारी बयान में कहा गया है कि खातों के हैक होने के कोई सुबूत नहीं मिले हैं ऐसे में वे इस पर कुछ नहीं कह सकते। लेकिन वे अपने ग्राहकों की गोपनीयता को लेकर बहुत मुस्तैद हैं।
एक ओर जहां ये बड़ी कंपनियां हैकिंग से साफ इंकार कर रही हैं वहीं हाल की सुरक्षा जांचों में सामने आया है कि भले ही डिज्नी प्लस हैक न हुआ हो लेकिन अन्य सुरक्षा सेंधों से इसके ग्राहकों की महत्त्वपूर्ण जानकारियां चोरी हुई हैं, क्योंकि बहुत से उपयोगकर्ता स्ट्रीमिंग सेवा सहित कई खातों के लिए एक ही ईमेल लॉगिन और पासवर्ड का उपयोग करते हैं। यह दूसरी बार है जब डिज्नी के ग्राहकों को लॉग इन करने में परेशानी हुई। अगर आपको भी अपने अकाउंट से छेड़छाड़ किए जाने या गोपनीय जानकारियों के चोरी किए जाने का संदेह है तो ऐसे में हमें सबसे पहले क्या करना चाहिए। अपने डेटा को सुरक्षित करने के लिए आप इन सुझावों को अपना सकते हैं-
सबसे पहले पासवर्ड बदलें कभी भी डिजिटल खातों के लिए बेहद सामान्य पासवर्ड का उपयोग न करें। यूके के नेशनल साइबर सिक्योरिटी सेंटर के अनुसार दुनिया का सबसे कॉमन पासवर्ड ‘123456’ है लेकिन यह इंटरनेट का सबसे कमजोर पासवर्ड है। इस पासवर्ड का उपयोग अकेले यूके में ही 77 लाख (7.7 मिलियन) खातों में किया गया था। जबकि ‘क्वर्टी’ और ‘पासवर्ड’ को भी 30 लाख (3 मिलियन दोनों के लिए) से अधिक खातों में उपयोग किया गया था। संगठन ने पासवर्ड हैक होने से रोकने के लिए एक पासवर्ड में तीन रैंडम लेकिन याद रह जाने वाले शब्दों का उपयोग करने का सुझाव दिया। साथ ही प्रत्येक खाते के लिए एक अलग पासवर्ड का उपयोग करें। याद रखने के लिए उन्हें लिखें लें या स्मरण कर लें।
क्रोम टूल्स का उपयोग करें गूगल के ब्राउजऱ में एक पासवर्ड चेकअप सुविधा है जो सुरक्षा समस्याओं के लिए आपके सभी सहेजे गए पासवड्र्स की स्वचालित रूप से जांच करता है और यदि थर्ड-पार्टी डेटा उल्लंघन में पासवर्ड जाहिर किए गए हैं तो यह आपको अलर्ट कर देता है। यह टूल आपको यह भी बताएगा कि क्या आपका पासवर्ड अनाधिकृत लोग अन्य साइटों पर भी उपयोग किया जा रहा है या नहीं। साथ ही यह कमजोर पासवर्ड होने पर इसे बदलने या अपडेट करने का सुझाव भी देता है। यह एक एक्सटेंशन के रूप में उपलब्ध है।
पेड सर्विसेज भी रखती लॉगिन पर निगरानी पेड सर्विसेज भी हमारे लॉगिन की निगरानी करती हैं और सुरक्षा संबंधी खतरा होने पर ग्राहकों को सूचित करती हैं। उपयोग में आसान ये टूल्स एक सुरक्षित पासवर्ड बनाते हैं जो एक ब्राउजऱ एक्सटेंशन के माध्यम से कई खातों में उपयोग किया जा सकता है। क्रोम में एक मुफ्त सेवा भी है जो नए साइन-इन के लिए मजबूत पासवर्ड का सुझाव देती है। इसके अलावा टू-फैक्टर ऑथेंटिफिकेशन भी एक बेहतर विकल्प है जहां आपको एकल-उपयोग के लिए पिन कोड के जरिए लॉग-इन की सुविधा मिलती है।