इस पहल के तहत कॉरपोरेट सेक्टर, उद्यमियों, और स्वयंसेवी संस्थाओं के सहयोग से 10,000 स्पेशल राहत किट तैयार की जा रही हैं, जिनकी कुल कीमत करीब 45 लाख रुपये है। इन स्पेशल राहत किट में मच्छरदानी, छाता, बैटरी सहित टॉर्च, सेनेटरी पैड (2 पैकेट) और गर्म पानी रखने के लिए 2 लीटर की थर्मस शामिल हैं।
डीएम दुर्गा शक्ति ने बताया कि इस पहल में गणेश प्लाइवुड, राइस मिलर्स एसोसिएशन लखीमपुर, राइस मिलर्स एसोसिएशन गोला, प्लाईवुड संगठन लखीमपुर, एनसीसी लिमिटेड हैदराबाद, विभिन्न शुगर मिलों, मैसर्स बृजमोहन कांट्रेक्टर अलीगढ़, मैसर्स वैष्णो कंस्ट्रक्शन आगरा, मेसर्स विंध्यवासिनी ट्रेडर्स गोरखपुर, और जिले की विभिन्न स्वयंसेवी संस्थाओं ने महत्वपूर्ण योगदान दिया है। प्रत्येक स्पेशल राहत किट का मूल्य करीब 450 रुपये है।
बाढ़ प्रभावितों के लिए विशेष राहत किट और तिरपाल का वितरण
जिलाधिकारी दुर्गा शक्ति नागपाल के अनुसार, इन 10,000 स्पेशल राहत किट के जरिए बाढ़ प्रभावितों को 45 लाख रुपये की मदद पहुंचाई जा रही है। इसके अतिरिक्त, इंडियन मेडिकल एसोसिएशन लखीमपुर इकाई द्वारा लगभग 1,000 तिरपाल भी बाढ़ पीड़ितों को वितरण के लिए उपलब्ध कराए गए हैं। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने प्रदेश के सभी बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में जिलाधिकारियों को सरकारी खाद्यान्न किट के वितरण के अलावा उद्यमियों और स्वयंसेवी संस्थाओं की मदद लेने के निर्देश दिए थे। डीएम दुर्गा शक्ति नागपाल ने इस निर्देश का पालन करते हुए जिले के उद्यमियों और स्वयंसेवी संस्थाओं से बाढ़ प्रभावितों की मदद के लिए आह्वान किया, जिसके बाद संस्थाएं और उद्यमी बड़े पैमाने पर आगे आए और राहत किट और तिरपाल वितरण के प्रयास किए जा रहे हैं।
लखीमपुर खीरी में बाढ़ पीड़ितों की मदद के लिए डीएम दुर्गा शक्ति नागपाल की इस पहल ने न केवल स्थानीय व्यापारियों और संगठनों को एकजुट किया है, बल्कि आपदा के समय जनसहभागिता की महत्वपूर्णता को भी उजागर किया है। उम्मीद है कि इस सहयोग से बाढ़ प्रभावित परिवारों को जरूरी राहत मिलेगी।