Lakhimpur Kheri Crime:
लखीमपुर खीरी जिले के धौरहरा कोतवाली के गांव टेकीकुण्डा रहने वाले मुन्नूलाल भार्गव का 12 वर्षीय बेटा रोहित बीते 6 नवंबर को अचानक लापता हो गया। काफी देर तक घर वापस न आने पर परिवार के लोगों ने उसकी खोजबीन किया। लेकिन उसका कोई पता नहीं चल सका। दूसरे दिन गांव से थोड़ी दूर पर गन्ने के खेत के पास उसका चप्पल और जमीन पर खून के धब्बे मिले। परिजनों ने इसकी सूचना पुलिस को दी। पुलिस ने तत्काल मौके पर पहुंचकर घटना की जांच पड़ताल किया। परिजन मासूम को ढूंढते रहे। घटना के तीसरे दिन घटनास्थल से करीब 700 मीटर की दूरी पर गन्ने के खेत में खून से लतपथ रोहित का शव मिला। पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पंचनामा के बाद पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया। पुलिस के लिए इस घटना का खुलासा करना काफी चुनौती थी। पुलिस ने इस मामले में काफी गहराई से छानबीन शुरू की। तो पूरे घटनाक्रम की पोल परत दर परत खुलती गई। पुलिस ने इस मामले में थाना क्षेत्र के गांव होलागढ़ के रंजीत कुमार वर्मा तथा पड़ोस के गांव की रहने वाली उसकी प्रेमिका शिल्पी को हिरासत में लेकर पूछताछ किया तो पूरे घटनाक्रम से पर्दा उठ गया। दोनों आरोपियों ने पुलिस को बताया कि मासूम ने उन्हें देख लिया था। यह बात वह किसी से कहना दे। इसलिए हम दोनों लोगों ने मिलकर उसकी हत्या कर दी। पुलिस ने आरोपी की निशान देही पर घटना में प्रयुक्त खुरपी भी बरामद कर लिया।
क्षेत्राधिकारी बोले- मासूम किसी से बात ना दे इसलिए कर दी हत्या
इस संबंध में क्षेत्राधिकारी धौरहरा ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर शुक्रवार को बताया कि आरोपी रनजीत और शिल्पी के बीच काफी दिनों से प्रेम प्रसंग चल रहा था। मासूम ने इन दोनों को आपत्तिजनक हालत में देख लिया था। मासूम यह बात किसी को बता ना दे। इसलिए दोनों मिलकर उसे पहले फुसला कर गन्ने के खेत की तरफ ले गए। वहां पर खुरपी से गला काटकर उसकी हत्या कर दी। इसके बाद शव को छिपा दिया। हत्या के दूसरे दिन घटनास्थल से करीब 700 मीटर की दूरी पर ले जाकर गन्ने के खेत में शव को फेंक दिया। इस मामले में दोनों के खिलाफ हत्या की धाराओं में केस दर्ज कर जेल भेज दिया गया है।