रास्ते को लेकर चाचा ने भतीजे को दिखाया मौत का रास्ता
आरकेपुरम् बी निवासी व्यापारी देवेन्द्र सिंह रतन के दो ही पुत्र थे। हादसे में दोनों की मौत ने पूरे परिवार को झकझौर कर रख दिया। सिंह का बड़ा पुत्र जसमीत सिंह रतन(30) मर्चेन्ट नेवी में इंजीनियर के पद पर कार्यरत था। उसकी तीन मह बाद फरवरी में शादी भी होने वाली थी। वह और कक्षा 10 वीं में पढऩे वाला उनका छोटा भाई तरूण दीप रतन(17) रविवार को कार से चंडीगढ़ से कोटा आ रहे थे। तभी रोहतक से 15 किमी. पहले उनकी कार पेड़ से टकराकर पलट गई। जिससे दोनों गम्भीर रूप से घायल हो गए। दोनों को मौके पर मौजूद लोग व पुलिसकर्मी स्थानीय अस्पताल लेकर गए। जहां जांच के बाद डॉक्टर ने उन्हें मृत घोषित कर दिया। जिनके शव मोर्चरी में रखवा दिए थे।Video: दादी-नानी स्कूल ड्रेस में पहुंची स्कूल, सांसद ओम बिरला ने ली अ, आ, इ की क्लास
आरकेपुरम बी विकास समिति के महासचिव नरोत्तम शर्मा ने बताया कि कोटा की कार नम्बर के आधार पर पुलिस ने मृतकों के घर का पता लगाकर घर वालों को सूचना दी। इसके बाद देवेन्द्र सिंह व उनकी पत्नी गुरजीत ढिल्लो यह समाचार सुनते ही अपने रिश्तेदारों के साथ तुरंत रोहतक पहुंचे। जहां सोमवार को पोस्टमार्टम के बाद वे दोनों के शव लेकर रवाना हुए। वे देर रात को कोटा पहुंचे। दोनों के शव पहुंचते ही पूरे मोहल्ले में गम का माहौल छा गया। लोग अपने आंसू नहीं रोक पाए।व्यंग्य : ताजमहल बनाम जातमहल
दो बेटे दोनों ही खत्म आरकेपुरम् बी विकास समिति के पूर्व महासचिव सीताराम शर्मा ने बताया कि देवेन्द्र सिंह के दो ही पुत्र थे। हादसे में उन दोनों की ही मौत हो गई। देवेन्द्र सिंह का बड़ा पुत्र दीपावली की छुट्टी में कोटा आया था। यहां से एक सप्ताह पहले ही अपने छोटे भाई के साथ कार से चंड़ीगढ़ में रिश्तेदारों से मिलने गए थे। वहां से लौटते समय यह हादसा हुआ।