वहीं 2024 में यह संख्या 960 को पार कर गई है। इधर, देश में वर्ष 2024 तक स्टार्टअप इंडिया के तहत मान्यता प्राप्त कुल डेढ़ लाख स्टार्टअप में से लगभग आधे (75 हजार स्टार्टअप) का प्रतिनिधित्व आधी दुनिया कर रही है।
उद्योग और आंतरिक व्यापार संवर्धन विभाग (डीपीआइआइटी) की स्टार्टअप इंडिया पहल की ताजा रिपोर्ट के अनुसार, आईटी और स्वास्थ्य सेवाओं से जुड़े स्टार्टअप में महिलाओं की भागीदारी सर्वाधिक है। इसके बाद कृषि, निर्माण और शिक्षा से जुड़े स्टार्टअप में महिला नेतृत्व बढ़ रहा है।
यात्री अनुभव, एयरपोर्ट संचालन और डेटिंग मैट्रीमोनियल से जुड़े स्टार्टअप में वीमन लीडरशिप बहुत कम है। राजस्थान में वर्ष 2021 तक जहां प्रोद्योगिकी से जुड़े महिला नेतृत्व वाले महज 77 टेक स्टार्टअप थे। वहीं 31 अक्टूबर 2024 तक यह आकड़ा 135 पर पहुुंच गया।
वर्ष महिला निदेशक वाले स्टार्टअप
मान्यता प्राप्त स्टार्टअप के मामले में राजस्थान 8वें पायदान पर है। महाराष्ट्र प्रथम, कर्नाटक दूसरे व यूपी तीसरे पर है। 2016 में 300, अब डेढ़ लाख पार
केंद्र सरकार ने 16 जनवरी 2016 को नवाचार व निवेश को बढ़ावा देने स्टार्टअप इंडिया पहल शुरू की थी। वर्ष 2016 में मान्यता प्राप्त स्टार्टअप की संख्या 300 थी। जो अब बढ़कर 1,52,139 से ज्यादा पहुंच चुकी है। बात यह है कि इनमें से 95% सक्रिय हैं और 45% से अधिक स्टार्टअप टियर 2 और 3 शहरों से हैं।
महाराष्ट्र सबसे आगे, एमपी-छत्तीसगढ़ पीछे
स्टार्टअप में आधी दुनिया की पूरी भागीदारी में महाराष्ट्र में महिला नेतृत्व वाले सबसे ज्यादा 2916 स्टार्टअप हैं। राजधानी दिल्ली 1610 महिला स्टार्टअप के साथ तीसरे पायदान पर हैं। मध्यप्रदेश के 623 और छत्तीसगढ़ के महज 148 स्टार्टअप में महिलाओं का भागीदारी हैं। ट्रंप टैरिफ से ओंटोरियो में खत्म हो जाएंगी 5 लाख नौकरियां
उधर, कनाडा में ओंटारियो के अधिकारियों का अनुमान है कि अमरीका के नव-निर्वाचित राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प द्वारा कनाडाई वस्तुओं पर प्रस्तावित 25 फीसदी टैरिफ से प्रांत में पांच लाख नौकरियां खत्म हो सकती हैं। ओंटोरियों के प्रधानमंत्री डग फोर्ड ने कहा है कि उन्हें संघीय सरकार से अधिक मजबूत और स्पष्ट कार्रवाई की अपेक्षा है।