एक पीडि़त परिवार के सदस्य भोजराज गुर्जर ने बताया कि देर रात करीब 1.30 बजे पूरा परिवार सोया हुआ था। पिता कैलाश चंद्र गोचर बरामदे में खाट पर सोए हुए थे। इसी दौरान चोर कमरे में घुस गए तथा सामान से भरे तीन बक्से चुरा कर ले गए। खटपट की आवाज होने पर पिता की नींद खुली तो चोरों ने उनके ऊपर सरिए से हमला कर दिया। शोर होने पर चोर वहां से भाग निकले। इसके बाद चोर आजाद मोहम्मद के घर सीढिय़ों के सहारे नीचे उतर गए तथा कमरे में सोए परिवार को कुंदी में बंद कर दिया तथा कपड़ा लपेट कर ताले को तोड़ा ताकि आवाज न हो। कमरे में कंप्यूटर का सामान रखा था और कोई सामान नहीं मिलने पर चोर वहां से भाग निकले। सुबह जब उठे तो कमरे की कुंडी लगी हुई थी। परिवार के अन्य लोगों को आवाज देकर कुंडी खुलवाई बाहर आकर देखा तो कमरे का ताला टूटा मिला।
जाग होने पर पथराव जानकारी के अनुसार चोर दिलीप कुमार के घर में भी पहुंचे लेकिन एक पड़ोसी ने देर रात मोबाइल पर सूचना देकर उसे जगा दिया तथा आधा दर्जन लोगों के उसके घर के पिछवाड़े छिपे होने की जानकारी दी। इस पर परिवार व आस-पास के अन्य लोग भी जाग गए तथा छत पर रखे पत्थर व ईंट चोरों के ऊपर फेंके तो चोरों ने भी उन पर पथराव किया। बाद में चोर भाग निकले। पीडि़त कैलाश चंद्र ने इस मामले में अनंतपुरा थाने में रिपोर्ट दर्ज करवाई है। दो अन्य ने मामला दर्ज नहीं कराया। पुलिस मामले की जांच कर रही है । इस मामले में पुलिस ने एक संदिग्ध को हिरासत में लेकर पूछताछ शुरू की है।