संकेत मिलते ही चालक ने आपातकालीन ब्रेक लगा कर ट्रेन को मौके दिया। घटना के बाद स्टेशन उपाधीक्षक रजनीश मीणा, गार्ड, ट्रेन ड्राइवर तथा एक अन्य पॉइंट्समैन ताराचंद कर्मचारियों के साथ मौके पर पहुंच कर डिब्बे की जांच की। जांच में ब्रेक ब्लॉक पहिया से चिपके नजर आए। कर्मचारियों ने ब्रेक ब्लॉक को रिलीज करने की कोशिश की।काफी प्रयास के बाद भी ब्रेक ब्लॉक पहिए से अलग नहीं हो पाए। मामले की गंभीरता को देखते हुए कोटा कंट्रोल रूम को सूचित किया गया। कोटा से कैरिज विभाग के कर्मचारियों को गुड़ला रवाना किया गया। वे भी ब्रेक सिस्टम को ठीक नहीं कर पाए। इस पर कोटा से ओर कर्मचारी संसाधनों के साथ गुड़ला पहुंचे। काफी प्रयास के बाद खराबी दूर हो सकी और ब्रेक रिलीज कर गाड़ी को आगे के लिए रवाना किया। ट्रेन 2 घंटे खड़ी रही, जिससे रेल संचालन प्रभावित रहा। कोटा से रवाना हुई। उदयपुर-निजामुद्दीन मेवाड़ एक्सप्रेस आधे घंटे तक खड़ी रखी गई। कोटा-हिसार ट्रेन को पीछे लेकर मेवाड़ और अन्य ट्रेनों को लूप लाइन से निकला गया।