ऐसे में सड़कों व हाइवे पर वाहन भी धीमी गति से रेंगते नजर आए। वाहन चालकों को हैडलाइट जलाकर सफर करना पड़ा। स्थिति यह रही कि घने कोहरे के चलते दृश्यता बेहद ही कम रही। ऐसे में वाहन चालकों को सड़क मार्ग पर सावधानी से धीरे-धीरे वाहनों को चलाना पड़ा। सर्दी व कोहरे के कारण लोगों की दिनचर्या भी देरी से शुरू हो रही है। देर तक लोग घरों में रजाइयों में दुबके रहे। बाजारों में भी सन्नाटा पसरा रहा। देरी से दुकानें खुली। सुबह 11 बजे बाद कोहरा छंटा और धूप खिली। उसके बाद मौसम साफ हुआ। जिससे सर्दी से राहत मिली। कोटा का अधिकतम तापमान 23.5 व न्यूनतम तापमान 9.5 डिग्री सेल्सियस रहा। विजिबिलिटी 300 मीटर रही। झालावाड़ जिले में अधिकतम तापमान 25 व न्यूनतम तापामन एक डिग्री गिरकर 9 डिग्री दर्ज किया गया। बारां जिले में अधिकतम तापमान 26 व न्यूनतम 10 डिग्री दर्ज किया गया।
हवा की रफ्तार कम
इस समय मौसम शुष्क है, लेकिन तापमान में गिरावट नहीं हो रही है। पिछले दो-तीन दिनों से अधिकतम और न्यूनतम तापमान में बहुत तेज गिरावट नहीं हुई है। इसका कारण यह है कि हवा की रफ्तार बेहद कम है। मंगलवार को भी हवा की औसत रफ्तार 3 किमी रही, जबकि आमतौर पर इस सीजन में हवा की रफ्तार 10 से 12 किमी प्रतिघंटे रहती है।
इसलिए घना कोहरा
मौसम विभाग के निदेशक राधेश्याम शर्मा का कहना है कि इस समय मौसम शुष्क बना हुआ है। पश्चिमी विक्षोभ भी गुजर चुका है, ऐसे में उत्तरी सर्द हवा तो आ रही है, लेकिन इस समय दक्षिण पूर्वी हवाओं का भी असर है, जो सर्द हवाओं को रोक रही है। पूर्वी या दक्षिण पूर्वी दिशाओं के हवा से नमी आ रही है। जिससे घना और मध्यम कोहरे की स्थिति बन रही है। ऐसे में जमीन का सतही तापमान उसके 1 किलोमीटर के ऊपर के तापमान से कम रहता है, लेकिन आर्द्रता 90 प्रतिशत से अधिक होने के कारण तापमान में वृद्धि नहीं होती है।
नए साल में बादल व पानी की बौछारें गिरेगी
नए साल में बादल छाए रहेंगे और प्रदेश के कुछ जिलों में बारिश की संभवना भी जताई है। मौसम विभाग ने इसके लिए अलर्ट जारी किया है। मौसम विभाग का कहना है कि राजस्थान में 31 दिसम्बर को एक नया पश्चिमी विक्षोभ सक्रिय होगा। इसके असर से 31 दिसम्बर व 1 जनवरी को जयपुर, अजमेर, उदयपुर, कोटा व भरतपुर संभाग में कहीं-कहीं वर्षा होने की संभावना है।