ढकान नहीं, दुर्गन्ध होगी घर-घर कचरा संग्रहण के वास्ते ये हाथ ठेले दे तो दिए गए हैं, लेकिन कचरा ढकान के लिए इनमें कवर नहीं बनाए गए हैं। इनमें कचरा संग्रह करके घूमने से वातावरण में दुर्गंध फैलेगी। वायु संक्रमण का खतरा भी बढ़ेगा। लोगों का कहना है कि कचरा कैसे भी संग्रह किया जाए, इसके परिवहन के वक्त ढकान की व्यवस्था तो होनी ही चाहिए। ताकि जिस भी रास्ते से ठेला गुजरे वहां के लाेगों को कोई परेशानी न हो, और ठेला चलाने वाले चालक भी स्वास्थ्य रहे।
धूल फांक रहे तैयार साइकिल रिक्शे करीब डेढ़ साल पहले तत्कालीन आयुक्त ने 40 लाख के एसएलआरएम प्रोजेक्ट के तहत घर-घर कचरा संग्रहण की योजना शुरू की थी। इसके तहत गीला और सूखा कचरा एकत्र करने के लिए विधायक कोष से राशि लेकर विशेष तरह के आधा दर्जन साइकिल रिक्शे तैयार करवाए गए थे। करीब 40 हजार कीमत के ये ये रिक्शे कवर्ड थे और गीला और इनमें सूखा कचरा एकत्र करने के लिए अलग-अलग बॉक्स बने हुए थे। आज भी निगम में ये धूल खा रहे हैं, इनका उपयोग नहीं किया जा रहा। इधर, नए हाथ ठेले लगा दिए गए हैं।